एकांत प्रीत
नई दिल्ली। महाराष्ट्र में मानसून जोरों पर है। महाराष्ट्र में भारी बारिश और नदी में उफान आने से बहुत सारे लोग फंस गए हैं। भारी बारिश के कारण राज्य में कई जगहों से तबाही की खबरें सामने आ रही हैं। आईएमडी ने कहा कि अगले दो दिनों तक भारत के पश्चिमी तट पर भारी बारिश जारी रहने की उम्मीद है। इस कारण राज्य के कई हिस्सों में रेड अलर्ट जारी किया गया है।
महाराष्ट्र में “अभूतपूर्व” बारिश
महाराष्ट्र के राहत और पुनर्वास मंत्री विजय वडेट्टीवार ने समाचार एजेंसी एएनआई के हवाले से कहा कि बारिश से संबंधित घटनाओं के कारण गुरुवार शाम तक 136 लोगों की मौत हो गई है और 84,000 से अधिक लोगों को निकाला गया। राज्य सरकार द्वारा मूसलाधार बारिश को “अभूतपूर्व” बताया गया है क्योंकि इससे राज्य के पश्चिमी और दक्षिणी क्षेत्रों में भूस्खलन और घर ढह गए हैं। बुरी तरह प्रभावित ठाणे, रायगढ़, रत्नागिरी, सतारा, सांगली और कोल्हापुर जिलों में 7,000 से अधिक लोगों को बचाया गया। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल के सदस्य, जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ, रत्नागिरी जिले के चिपलून क्षेत्र में अन्य क्षेत्रों में बचाव और राहत अभियान चला रहे हैं।
पीएम की ओर से 2 लाख रुपए की अनुग्रह राशि का ऐलान
महाराष्ट्र के रायगढ़ में भारी बारिश के कारण भूस्खलन होने ने करीब 36 लोगों की मौत हो गई है। स्थानीय प्रशासन के अनुसार कुछ लोगों के दबे होने की भी आशंका है क्योंकि बहुत लोग लापता बताए जा रहे हैं। इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के रायगढ़ में भूस्खलन के कारण जान गंवाने वाले सभी लोगों के परिजनों के लिए पीएम-एनआरएफ़ से 2-2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि घायलों को भी 50,000 रुपये दिये जाएंगे।
कर्नाटक के 7 जिलों में रेड अलर्ट जारी
पिछले 24 घंटों में कर्नाटक के कुछ हिस्सों में भारी बारिश ने तीन लोगों की जान ले ली है, आठ स्थानों पर भूस्खलन हुआ है और लगभग 9,000 लोगों को निकाला गया है। सरकार ने सात जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है।