नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में पंचायत ने गांव के एक दलित जोड़े को तालिबानी सजा का ऐलान किया है। पहले उन्हें पीटा गया फिर उनके चेहरे पर कालिख पोत दी गई। जिसके बाद दंपति को जूते-चप्पल में लपेट कर गांव की ओर चलाया गया। इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद सरकार ने कार्रवाई की बात कुछ दिन पहले ही की। मंगलवार को जब पीड़िता की मां ने स्थानीय पुलिस में शिकायत दर्ज कराई तो 13 नाम और कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी। हरैया काउंटी के अधिकारी शेषमणि उपाध्याय ने कहा कि इस मामले में शामिल होने के दौरान पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया था।
पुलिस ने पांच लोगों को किया गिरफ्तार
मंगलवार को जब पीड़िता की मां ने स्थानीय थाने में शिकायत दर्ज कराई तो 13 लोगों और कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी। हरैया जिला आयुक्त शेषमणि उपाध्याय ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया कि पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। यह घटना गौर थाना क्षेत्र के सिंघी गांव की है।
पुलिस कर रही है मामले की जांच
दरअसल गांव वालों ने दलित दंपति नाबालिग को आपत्तिजनक हालत में देखा था। इस पर गांव के दबंगों ने गुस्से में आकर उसकी पिटाई कर दी। पीड़ित बच्चे की मां का दावा है कि उसकी दो बेटियों को भी हमलावरों ने पीटा था। पुलिस मामले की जांच कर रही है और बाकी आरोपियों की गिरफ्तार करने का प्रयास भी जारी है।