नई दिल्ली। देश में कोरोना के अभी भी काफ़ी एक्टिव है और लोगों ने लापरवाही बरतनी शुरू कर दी है। फेस्टिवल का सीजन है, बाजार में भी खरीदारी के लिए भीड़भाड़ भी बढ़ने लगी है लेकिन इस दौरान सबसे अधिक सावधानी बरतने की जरूरत है। वैक्सीन, इंफेक्शन और फेस्टिव सीजन को दयँ रखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों से अपील की है कि भीड़भाड़ से बचें, 2 गज की दूरी रखें और हमेशा मास्क लगाकर रखें। त्योहारों को समझदारी से मनाएं और कोविड अनुरूप व्यवहारों का पालन अवश्य करें। यह जानकारी मिनिस्ट्री ऑफ़ हेल्थ एंड फॅमिली वेलफेयर ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म कू पर भी पोस्ट की है।
त्योहारों के दौरान सावधानी बरतें
हमेशा मास्क पहनकर रखिये। हाथ हमेशा साफ़ और सनेतायेज़ रखना ज़रूरी है। सोशल डिस्टेंसिंग/ दो गज की दूरी बनाये रखिये | अगर आपको खांसी-जुकाम, या गला खराब हो, तो तुरंत खुद को आईसोलेट कर लें। त्योहारों के समय में इन बातों का खास ध्यान रखना है। अगर सावधानी नहीं बरतेंगे, तो आप और आपके घरवालों के साथ-साथ दूसरों को भी संक्रमित कर सकते हैं। त्योहार की खुशी घर वालों में खोजें, अपने घर को सजाने में, घर के पकवानों में खोजें, क्योंकि दूसरों से मिलना अभी भी ठीक नहीं है।
त्योहारों में बाहर निकले तो किस तरह से सावधानी रखनी है?
अगर आप त्योहारों में आप दोस्तों और रिश्तेदारो से मिलने के लिए निकलते है कोशिश कीजिये की इस बार पिछले साल की तरह घर पर रहना ज़्यादा अच्छा है इस साल | बेहतर होगा इस साल वर्चुअल पार्टियां, वर्चुअल मीटिंग करें करें, क्योंकि भीड़ से संक्रमण के फैलने का खतरा अभी भी ज़्यादा है | रही बात शॉपिंग की तो इस वक्त ऑनलाइन शॉपिंग से काम चलना सही होगा |
बच्चों को केस में ज्यादा सावधान रहें
अगर आपके बच्चे बाहर जाने की ज़िद करते हैं तो उनको आप थोड़ी देर के लिए, किसी पार्क जैसी खुली जगह पर ले जा सकते हैं। बाज़ार ले जाना अवॉयड कीजिये क्योंकि बच्चे भीड़ में जाएंगे तो कुछ न कुछ चीज़ों को छुएंगे और उनको संक्रमण का खतरा ज़्यादा है आपकी तुलना में बच्चों को मास्क लगाने की आदत भी नहीं होती है। अगर कुछ खाने की ज़िद करें या खरीदने की ज़िद करें तो ऑनलाइन ऑर्डर कर घर पर मंगवाइये या घर पर ही कुछ बना सकते है |
हवा में ड्रॉपलेट कितनी देर तक रहते हैं?
इस सवाल का जवाब देना मुश्किल है। कई बार ड्रॉपलेट एक गज के बाद नीचे गिर जाते हैं। लेकिन यह निर्भर करता है कि आप कहां हैं और कहाँ से आ रहे है । अगर आप किसी बंद जगह पर हैं, तो वहां ड्रॉपलेट ज्यादा देर तक हवा में रहता है और संक्रमण की आशंका अधिक रहती है, खुली जगह पर आशंका कम रहती है। कितनी दूरी तक जाएगा, यह भी जगह पर निर्भर करता है। ऐसा पाया गया है कि ये तीन से चार गज की दूरी तक जा सकते हैं।
क्या खाने की चीजों से कोरोना होता है?
नहीं, कोरोना खाने की चीजों से नहीं होता है, लेकिन खाने की चीजें जिसमें परोसी गई हैं, या जिसमें पैक होकर आयी हैं, उस पर वायरस हो सकता है। इसीलिए के खाने को तरजीह देने के लिए कहा जा रहा हे।
रिकवरी रेट तेज़ी से बढ़ रहा है, जब सब लोग ठीक हो जाएंगे तब वैक्सीन का क्या काम?
रिकवरी रेट बढ़ा है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि कोरोना खत्म हो गया। कई लोगों को दोनों वक्सीनशन डोज़ के बाद भी कोरोना हो रहा है तो कोरोना की लहर अभी भी चल रही है और ये कोई नहीं कह सकता की ये महामारी कब तक चलने वाली है
कोरोना को कैसे समझा जा सकता है?
कोरोना एक वायरस नहीं है, यह वायरस का बड़ा समूह है, जो अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग तरह से फेल है। कहीं, बहुत ज्यादा लोग संक्रमित होते हैं, कहीं कम। ये वायरस म्यूटेट भी होते हैं। कुछ महीनों के अंतराल पर ये दूसरे रूप आपके शरीर में आने की कोशिश करते हैं। कोविड-19 कैसे बिहेव करेगा, यह अभी नहीं बता सकते हैं। यह जाएगा कि नहीं, यह भी नहीं पता है। इसलिए वैक्सीन की जरूरत पड़ेगी |