लखीमपुर खीरी हिंसा को लेकर लगाए भाजपा पर आरोप
नई दिल्ली। अगले साल होने जा रहे पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा ने अपनी नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी जारी की है। भाजपा की इस नई कार्यकारिणी में भाजपा के 80 सदस्य शामिल हैं। इस सूची में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और मुरली मनोहर जोशी का नाम भी शामिल है। यहां तक कि इस सूची में लाल कृष्ण अडवानी का भी नाम है। लेकिन गौर करने वाली बात तो यह है कि इस सूची से वरुण गांधी और उनकी मां मेनका गांधी गायब रहे।
आखिर क्यों वरुण गांधी को कार्यप्रणाली में नहीं किया गया शामिल ?
पिछले कुछ समय से वरुण गांधी भाजपा की नीतियों को कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते रहे हैं। वह किसान आंदोलन के समर्थन में कई बार ट्वीट करते हुए नजर आते हैं। लखीमपुर में हुई हिंसा पर भी उन्होंने भाजपा पर सवाल उठाए। लखीमपुर कांड में उन्होंने हर ट्वीट कर कर के योगी सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश की। शायद यही कारण बना कि वह इस बार राष्ट्रीय कार्यकारिणी में जगह नहीं बना पाए।
लखीमपुर की वायरल वीडियो पर ट्वीट कर साधा भाजपा पर निशाना
पीलीभीत से सांसद वरुण गांधी ने आज भी लखीमपुर कांड का नया वीडियो सामने आने के बाद ट्वीट किया था और अपनी ही सरकार को घेरते हुए लिखा था- यह वीडियो बिल्कुल शीशे की तरह साफ है। प्रदर्शनकारियों का मर्डर करके उनको चुप नहीं करा सकते हैं। निर्दोष किसानों का खून बहाने की घटना के लिए जवाबदेही तय करनी होगी। हर किसान के दिमाग में उग्रता और निर्दयता की भावना घर करे इसके पहले उन्हें न्याय दिलाना होगा।’
संगठन के कामकाज की रूपरेखा तय करेगी राष्ट्रीय कार्यसमिति
भाजपा महासचिव अरूण सिंह की ओर से जारी एक विज्ञप्ति के मुताबिक कार्यसमिति में 50 विशेष आमंत्रित सदस्य और 179 स्थायी आमंत्रित सदस्यभी होंगे, जिनमें मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, विधायक दल के नेता, पूर्व उपमुख्यमंत्री, राष्ट्रीय प्रवक्ता, राष्ट्रीय मोर्चा अध्यक्ष, प्रदेश प्रभारी, सह प्रभारी, प्रदेश अध्यक्ष, प्रदेश महामंत्री संगठन और संगठक शामिल हैं। भाजपा की राष्ट्रीय कार्यसमिति विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करती है और संगठन के कामकाज की रूपरेखा तय करती है। कोविड-19 महामारी के चलते लंबे समय से राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक नहीं हुई है।