16 Years से फरार ₹50,000 इनामी गैंगस्टर STF के हत्थे चढ़ा, Rajasthan से हुई गिरफ्तारी


उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) को एक बड़ी सफलता मिली है। वर्ष 2009 से फरार चल रहे वांछित गैंगस्टर, हत्या और लूट के आरोपी तथा ₹50,000 के इनामी अपराधी सतीश उर्फ मनीष पुत्र मनोहर को राजस्थान के झुंझुनूं जिले के खेजड़ी फील्ड, वयोमंडल क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया गया है।

गिरफ्तार सतीश मOriginally उत्तर प्रदेश के जनपद फतेहपुर के थाना हसनगंज क्षेत्र स्थित ग्राम चुई कस्बा का निवासी है। हाल के वर्षों में वह लगातार पहचान और पता बदल-बदलकर राजस्थान के खेजड़ी, वयोमंडल क्षेत्र में छुपकर रह रहा था। उसकी गिरफ्तारी 19 जून 2025 की शाम करीब 6:50 बजे की गई।

सतीश वर्ष 2009 में गोंडा के थाना हरख्तियागंज में दर्ज मुकदमा संख्या 336/2009 धारा 395 (डकैती) का मुख्य आरोपी है। उस पर आरोप है कि उसने अपने सात अन्य साथियों के साथ मिलकर एक घर में डकैती की वारदात को अंजाम दिया था। तभी से वह फरार चल रहा था और पुलिस उसे कई वर्षों से तलाश रही थी।

पुलिस सूत्रों के अनुसार, सतीश उर्फ मनीष पिछले 16 वर्षों से गैंगस्टर ‘फिजा गैंग’ का सक्रिय सदस्य रहा है, जो उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों में लूट, पिटाई, जबरन वसूली, पहचान बदलकर ठगी जैसे मामलों में संलिप्त है। वह अक्सर फर्जी नाम, पते और पहचान पत्र तैयार कर अपने ठिकाने बदलता रहता है ताकि कानून की गिरफ्त से बचा रह सके।

एसटीएफ ने जब जानकारी जुटाई कि वह राजस्थान के खेजड़ी फील्ड क्षेत्र में छुपा हुआ है, तो तत्काल टीम गठित कर कार्रवाई की गई। एसटीएफ उपनिरीक्षक व अन्य पुलिसकर्मियों की टीम ने बरेली यूनिट के निरीक्षण में दबिश देकर उसे गिरफ्तार किया।

पूछताछ में सतीश ने स्वीकार किया कि वह फिजा गैंग का सदस्य है और वर्ष 2009 की डकैती सहित कई अपराधों में शामिल रहा है। फिलहाल उसे थाना हरख्तियागंज, जनपद बरेली में दर्ज एफआईआर संख्या 336/2009 के तहत विधिक कार्रवाई के लिए उत्तर प्रदेश लाया जा रहा है।

एसटीएफ उसकी पुरानी गतिविधियों, नेटवर्क और संपर्कों की भी गहराई से जांच कर रही है। गिरोह के अन्य फरार सदस्यों की तलाश की जा रही है, जिनकी गिरफ्तारी के लिए अभियान जारी है।