अनुराग कश्यप केस में आरोप-प्रत्यारोप

पायल घोष ने मीडिया से कहा कि उसने (अनुराग)मुझे असहज महसूस करवाया, मुझे इसको लेकर बुरा लगा।

यदि कोई व्यक्ति आपसे काम के लिए संपर्क करता है, तो इसका मतलब यह नहीं है कि वह व्यक्ति किसी भी चीज के लिए तैयार है।

मुंबई. फिल्म निर्देशक अनुराग कश्यप मामले में सोमवार को दिन भर आरोप-प्रत्यारोप लगते रहे। कश्यप की वकील प्रियंका खिमानी ने एक बयान जारी कर कहा, ‘मेरे मुवक्किल ( अनुराग कश्यप) को अपने ऊपर लगे यौन शोषण के झूठे आरोपों से गहरा दुख पहुंचा है। ये आरोप पूरी तरह गलत और दुर्भावना से परिपूर्ण हैं।’

कश्यप ने अपने वकील के जरिए कहा कि ‘मीटू’ जैसे महत्वपूर्ण आंदोलन को उन लोगों ने भी अपना लिया है, जिनके अपने निजी स्वार्थ हैं और इस वजह से यह ‘चरित्र हनन’ का उपकरण मात्र रह गया है।

कश्यप की पूर्व पत्नियां आरती बजाज और कल्कि कोचलिन ने भी सोमवार को उनके समर्थन में बयान जारी किए।

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दूसरी ओर, अनुराग पर यौन शोषण का आरोप लगाने वाली पायल घोष के वकील नितिन सतपुते ने कहा कि पायल घोष के साथ साल 2104 में छेड़छाड़ की गई और अनुराग कश्यप ने घर पर बुरा व्यवहार किया।

ऐक्ट्रेस ने पहले शिकायत दर्ज करने की कोशिश की, लेकिन उन्हें धमकी दी गई थी। उन पर दबाव डाला गया था कि अगर शिकायत दर्ज करोगी, तो बहिष्कार कर दिया जाएगा।

नितिन सतपुते ने कहा कि पायल घोष इस मामले में अनुराग के खिलाफ मुंबई पुलिस में एफआईआर दर्ज कर रही है।

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पायल घोष ने मीडिया से कहा कि उसने (अनुराग)मुझे असहज महसूस करवाया, मुझे इसको लेकर बुरा लगा।

यदि कोई व्यक्ति आपसे काम के लिए संपर्क करता है, तो इसका मतलब यह नहीं है कि वह व्यक्ति किसी भी चीज के लिए तैयार है।