परोल जंप कर भाग गया था मकोका का पहला मुजरिम, गिरफ्तार

दिल्ली में सबसे पहले मकोका के तहत उस पर मामला दर्ज हुआ था। अरशद को यूपी के टैंक चौक, खलीपाड़, मुजफ्फरनगर से पकड़ा गया। अरशद आलम सजायाफ्ता मुजरिम है।

उसे दिल्ली हाई कोर्ट ने पिछले साल 3 दिसंबर को 7 दिन की परोल दी थी, लेकिन इसके बाद वह फरार हो गया था।

नई दिल्ली. स्पेशल सेल ने दिल्ली के पहले मकोका अपराधी को गिरफ्तार किया है। मुजरिम अरशद आलम को मुजफ्फरनगर से गिरफ्तार किया गया। वह कबूतरबाजी का मास्टरमाइंड है।

पंजाब, हरियाणा, यूपी और दूसरे राज्यों के लोगों को फर्जी वीजा पर यूरोपीय देशों में भेज चुका है। अरशद सजायाफ्ता मुजरिम है। 7 दिन की परोल जंप करके फरार चल रहा था।

अनुराग कश्यप केस में आरोप-प्रत्यारोप

स्पेशल सेल डीसीपी पीएस कुशवाह के मुताबिक, इंस्पेक्टर शिव कुमार, एसआई राजेश, निशांत, कॉन्स्टेबल प्रताप और टीम के बाकी सदस्यों ने टेक्निकल सर्विलांस की मदद से अरशद को गिरफ्तार किया। अरशद आलम मुजफ्फर नगर का रहने वाला है।

दिल्ली में सबसे पहले मकोका के तहत उस पर मामला दर्ज हुआ था। अरशद को यूपी के टैंक चौक, खलीपाड़, मुजफ्फरनगर से पकड़ा गया। अरशद आलम सजायाफ्ता मुजरिम है।

उसे दिल्ली हाई कोर्ट ने पिछले साल 3 दिसंबर को 7 दिन की परोल दी थी, लेकिन इसके बाद वह फरार हो गया था। अरशद के खिलाफ गैरजमानती वॉरंट जारी किए गए थे।

अरशद ने अपने जानकारों, परिवार के सदस्यों, दोस्तों और सहयोगियों के साथ सभी संपर्क काट दिए थे। वह पिछले 9 महीनों के दौरान यूपी में अलग-अलग स्थानों पर अपने ठिकानों को बदलता रहा। अरशद कबूतरबाजी का सिंडिकेट चलाता है।

नर्सिंग पाठ्यक्रम का फर्जी प्रमाण पत्र बनाने का आरोप

सिंडिकेट में 6 सदस्य शामिल हैं, जो साल 2009 में लाजपत नगर इलाके में आर्यन हॉलिडेज के नाम से एक ट्रैवल एजेंसी चलाते थे। दिल्ली, पंजाब, हरियाणा में लोगों को विदेश भेजने की आड़ में उनके पैसे ऐंठ लेते थे।

उसके साथियों ने जाली वीजा पर न्यूजीलैंड, कनाडा सहित अलग-अलग देशों में लोगों को भेजकर मोटा पैसा कमाया। साल 2009 में स्पेशल सेल ने अरशद पर मकोका का मामला दर्ज किया था।