अमर भारती : अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के दो हजार से ज्यादा नर्सिंग कर्मचारी अपनी विभिन्न मांगों के चलते अब सत्याग्रह का रास्ता अपना सकते हैं। हालांकि अभी इस पर अंतिम फैसला आगामी 28 सिंतबर को लिया जाएगा। इसके लिए एम्स की नर्सिंग यूनियन ने जेएलएन ऑडिटोरियम में बैठक बुलाई है। शनिवार दोपहर 2:15 बजे होने वाली इस बैठक में एम्स के लगभग सभी नर्सिंग कर्मचारी हिस्सा ले सकते है।
यूनियन के अनुसार विशेष भत्ता, सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों और अस्पताल से जुड़ी समस्याओं को लेकर कर्मचारी सत्याग्रह पर जाने का मन बना रहे हैं। महासचिव फमीर सीके के अनुसार कर्मचारी स्वास्थ्य योजना के तहत सिर्फ एम्स में ही इलाज कराने की छूट कर्मचारियों को मिलती है। 15 साल की सेवा के बाद ही रहने के लिए सरकारी क्वार्टर दिए जाते हैं। उन्होंने बताया कि इन मांगों का लंबे समय से इंतेजार किया जा रहा है, लेकिन अब तक इस दिशा में कोई काम नहीं किया गया है।