जातीय जनगणना नहीं हुई तो सेंसस का करेंगे बहिष्कार: लालू यादव

बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी के प्रमुख लालू यादव की सरकार को चेतावनी

नई दिल्ली। बिहार में कुछ समय से जातिगत जनगणना को लेकर अड़े नेता और बड़े विपक्षी दल एक बार फिर अपनी मांग को लेकर स्पष्ट हो गए हैं। दरअसल बिहार में जातिगत जनगणना को शामिल करने की मांग एक बार फिर तेज हो गई है। राज्य की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी (आरजेडी) के प्रमुख लालू यादव ने एक बार फिर अपनी मांग पर स्पष्ट रहते हुए सरकार को चेतावनी देकर कहा कि- ‘अगर जातीय जनगणना नहीं की जाती है तो SC-ST, OBC और अल्पसंख्यक वर्ग के लोग इसका बहिष्कार कर सकते हैं।’। आपको बता दे कि विपक्ष की इस मांग को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का भी साथ मिला हैं। क्योंकि जातिगत जनगणना जेडियू (जनता दल-यूनाइटेड) की भी प्रमुख मांगों में शामिल है।

लालू यादव संग तेजस्वी ने किए ट्वीट

आरजेडी प्रमुख लालू यादव ने ट्वीट कर सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि- अगर 2021 जनगणना में जातियों की गणना नहीं होगी तो बिहार के अलावा देश के सभी पिछड़े-अतिपिछड़ों के साथ दलित और अल्पसंख्यक भी गणना का बहिष्कार कर सकते है। इसी के साथ लालू यादव के बेटे व बिहार के युवा नेता का चेहरा बने तेजस्वी यादव ने भी सरकार से ट्वीट कर यह सवाल किया है कि “पिछड़ा/अतिपिछड़ा विरोधी मोदी सरकार देश की पिछड़ी-अतिपिछड़ी जातियों की गणना कराने से क्यों डर रही है?

नीतीश-तेजस्वी की मुलाकात

आपको बता दे कि बीते कुछ दिनों पहले एक प्रतिनिधिमंडल ने तेजस्वी यादव की अगुवाई में पिछले दिनों सीएम नीतीश कुमार से जातिगत जनगणना के मामले पर मुलाकात की थी और केंद्र के इनकार करने की सूरत में राज्य सरकार से अपने खर्चे पर जातीय जनगणना कराने की मांग की थी। इसी के साथ कुछ दिनों पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पीएम मोदी पर आरोप लगाते हुए कहा था कि- ‘उन्होंने 4 जुलाई को जातिगत जनगणना को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है, जिसका अभी तक कोई जवाब नहीं आया।’

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