नई दिल्ली। बिहार के छपरा से एक दर्दनाक हादसा सामने आया है। यहां बालू से भरी एक नांव गंगा नदी में पलट गई है। बताया जा रहा है कि नांव पर 14 लोग सवार थे। इस घटना में सभी लोगों के डूबने की आशंका जताई गई है। इस घटना की सूचना पाकर आला अधिकारी मौके पर पहंचे और राहत बचाव का शुरू करवाया। हालांकि कुछ लोगों के नदी से तैर कर बाहर आने की भी आशंका लगाई जा रही है लेकिन इस बात की पुष्टि अभी नहीं की गई है। बताया जा रहा है कि डोरीगंज और मनेर की सीमा पर नास के पास यह हादसा हुआ है। कोईलवर से बालू लाद कर नांव लौट रही थी।
नदी में तेज बवंडर के चलते हुआ हादसा
प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो गंगा नदी में यह घटना तब हुई जब नदी में ऊंची लहरें उठ रही थी। बवंडर इतना तेज था की कोई भी मजदूर नांव से कूद ही नहीं पाया। गंगा में लापता हुए सभी मजदूर मुजफ्फरपुर और मोतिहारी के बताए जा रहे हैं। बता दें कि मौके पर गोताखोरों को बुलाया गया। गंगा में बहाव और बढ़ाव ज्यादा होने के कारण अधिकारी एक तरह से असहाय बने हुए हैं। मोटर बोट से भी घटनास्थल पर पङताल जारी है।
पहले भी हो चुके हैं हादसे
गौरतलब है कि यह पहली एसी घटना नहीं है जब प्रशासन के सामने एसी कोई घटना सामने आई हो, , नास के समीप अक्सर बालू लदी नावें डूबती हैं जिसका पता आम लोगों या स्थानीय प्रशासन को भी नहीं चल पाता है। विगत दो दिन पहले ही इसी जगह पर बालू लदी एक नांव डूबी थी खैर इस घटना में सभी मजदूर सुरक्षित बच गए थे। स्थानीय मजदूर होने की स्थिति में स्थानीय स्तर पर सुलह अधिकांशत हो जाता, वहीं बाहरी मजदूर के गायब होने पर तो जल्दी पता ही नहीं चल पाता है।