भारतीय कंपनी सचिव संस्थान और शारदा यूनिवर्सिटी के बीच समझौते पर हस्ताक्षर

बच्चों के कौशल वर्धन पर होगा जोर

नई दिल्ली। भारतीय कंपनी सचिव संस्थान ने बीते गुरुवार को प्रतिस्थित शारदा यूनिवर्सिटी के साथ ज्ञापन समझौते (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। भारतीय सचिव संस्थान का कहना है कि यह समझौता सीधे तौर पर छात्रों को लाभान्वित करेगा। जिसकी मदद से इस समझौते के नीचे आने वाले सभी छात्र अपने कौशल पर अधिक बल दे पाएंगे। इस समझौते का उद्देश्य दोनों संस्थानों के छात्रों, शिक्षाविदों और पेशेवरों के अंदर ज्ञान व कौशल वर्धन करना है। यह अन्य बातों के साथ-साथ शिक्षा, अनुसंधान और प्रशिक्षण में उत्कृष्टता को बढ़ावा देगा।

सीएस नागेंद्र राव ने बताया अच्छा कदम

आईएससीआई के अध्यक्ष सीएस नागेंद्र डी राव ने बताया कि आईसीएसआई और शारदा यूनिवर्सिटी के इस कदम की सराहना करते हुए कहा कि संस्थान अपने सभी छात्रों, सदस्यों और अन्य हितधारकों के समग्र विकास के लिए प्रतिबद्ध है और यह एसोसिएशन संयुक्त अनुसंधान, संयुक्त कार्यशालाओं, व्यावसायिक विकास के क्षेत्रों में देश भर से अकादमिक उत्कृष्टता को एक साथ लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ावा देगा समझौता- सीएस देवेंद्र

आईसीएसआई के उपाध्यक्ष सीएस देवेंद्र वी. देशपांडे ने आगे कहा कि “आईसीएसआई ने देश में सामाजिक-आर्थिक विकास के सबसे महत्वपूर्ण संकेतकों में से एक के रूप में शिक्षा का संज्ञान लेते हुए आईसीएसआई अकादमिक कनेक्ट पहल की शुरुआत की है और यह 65वां है। साथ ही उन्होंने कहा कि इस तरह के ज्ञापन समझौते से शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ावा मिलेगा।

सीएस प्रीति ग्रोवर भी रही शामिल

कार्यक्रम के दौरान आईसीएसआई की नोएडा ईकाई की अध्यक्ष प्रीति ग्रोवर भी मौजूद रही। साथ ही शारदा विश्वविद्यालय की तरफ से शारदा यूनिवर्सिटी के उपकुलपति प्रो. (डॉ.) सिबारम खारा समेत शारदा यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार श्री अशोक कुमार सिंह भी मौजूद रहे।

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