G-20 शिखर सम्मेलन का उद्देश्य और पूरा शेडयूल.

आये दिन, चर्चा का विषय बने जी-20 शिखर सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य क्या है. क्यूँ इसकी आवश्यकता आन पड़ी. हर देश की अपनी अपनी समस्या और सफलता की कहानी होती है. अगर किसी क्षेत्र में किसी देश के लिए समस्या है तो दुसरे देश के पास उससे उबरने के बाद, सफलता की कहानी है. इसी उद्देश्य से जी-20 शिखर सम्मलेन की नीव रखी गयी. जिससे एक दुसरे की समस्या का समाधान निकालकर, हर देश प्रगति करें.

जी-20 हर साल अर्थव्यवस्था और विभिन्न मुद्दों पर राय तय करके नीति निर्धारण करने का काम करती है. दुनिया के विभिन्न देशों में जी-20 बैठक का आयोजन इसी उद्देश्य से होता है. यह 19 देशो और यूरोपीय संघ का जी-20 समूह जरुर है लेकिन इसका उद्देश्य पूरी दुनिया को लाभान्वित करना है. धीरे धीरे इसमें और भी देशो को शामिल किया जा सकता है जिससे दुनिया में चल रही समस्याओ का हल निकाल, सभी देश प्रगति के मार्ग में निरंतर आगे बढते रहे.

G-20 शिखर सम्मेलन का उद्देश्य और पूरा शेडयूल.


जी-20 में 13 वर्किंग ग्रुप बने हुए है, जिसकी चर्चा का जिम्मा शेरपा का होता है. जी-20 में शेरपा, कूटनीति और राजनैतिक के माहिर लोगो को कहा जाता है.


भारत की G 20 शेरपा अमिताभ कांत हैं. वह नीति आयोग के पूर्व सीईओ और केरल कैडर के आईएएस रह चुके है. इससे पहले केन्द्रीय मंत्री पियूष गोयल को शेरपा की जिम्मेदारी मिली थी. लेकिन उनके पास अन्य महत्वपूर्ण कार्यो की भी जिम्मेदारी होने कारण, ये जिम्मेदारी अमिताभ कांत को सौपी गयी.


शेरपा की जिम्मेदारी के तहत अमिताभ कांत को जी-20 में सम्मिलित सभी देशों के आपसी मुद्दों पर बात करनी होगी. साथ ही अलग-अलग वर्किंग ग्रुप्स के बीच तालमेल बिठाने का काम भी शेरपा के जिम्मे आता है.13 वर्किंग ग्रुप बने हुए हैं जिनमे एनर्जी, ट्रेड- इनवेस्टमेंट, डेवलपमेंट, एम्प्लॉयमेंट, टूरिज्म, एग्रीकल्चर, डिजिटल इकनॉमी, हेल्थ, एजुकेशन, कल्चर, एनवायरमेंट, एंटी-करप्शन आदि आते है.

जी 20 में कुल 19 देश और यूरोपीय संघ शामिल हैं
(1)भारत, (2)अमेरिका, (3)चीन, (4)रूस, (5)ब्राजील, (6)कनाडा , (7)अर्जेंटीना, (8)ऑस्ट्रेलिया , (9)फ्रांस, (10)जर्मनी, (11)इंडोनेशिया, (12)इटली, (13)जापान, (14)मेक्सिको, (15)कोरिया गणराज्य, (16)सऊदी अरब, (17)दक्षिण अफ्रीका, (18)तुर्किये, (19)यूके, (20)यूरोपीय संघ

जी-20 शिखर सम्मेलन के पहले दिन (9 सितंबर) का शेड्यूल

  • सुबह 9:30 बजे से 10:30 बजे तक शिखर सम्मेलन के स्थल भारत मंडपम में नेताओं और प्रतिनिधिमंडलों के प्रमुखों का आगमन होगा. इस दौरान भारत मंडपम के लेवल 2 में ट्री ऑफ लाइफ फोयर में पीएम मोदी के साथ वेलकम फोटो खींची जाएगी. नेता और प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख भारत मंडपम के लेवल 2 स्थित लीडर्स लाउंज में इकट्ठा होंगे.
  • सुबह 10:30 बजे से दोपहर 1:30 बजे तक भारत मंडपम के लेवल 2 के समिट हॉल में पहला सेशन ‘वन अर्थ’ होगा. इसके बाद वर्किंग लंच होगा.
  • दोपहर 1:30 बजे से 3:00 बजे तक भारत मंडपम के लेवल 1 में द्विपक्षीय बैठकें होंगी.
  • 3:00 बजे से 4:45 बजे तक भारत मंडपम के लेवल 2 के समिट हॉल में दूसरा सत्र ‘वन फैमिली’ (एक परिवार) होगा.
  • इसके बाद नेता और प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख होटलों में लौटेंगे और 7:00 बजे से रात 8:00 बजे तक रात्रिभोज होगा. वेलकम फोटो ली जाएगी.
  • रात 8:00 बजे से 9:15 बजे तक रात के खाने पर बातचीत होगी.
  • रात 9:15 से 9:45 बजे तक नेता और प्रतिनिधिमंडलों के प्रमुख भारत मंडपम के लेवल 2 के लीडर्स लाउंज में इकट्ठा होंगे. इसके बाद वे साउथ या वेस्ट प्लाजा से होटलों के लिए प्रस्थान करेंगे.

G20 शिखर सम्मेलन का दूसरे दिन (10 सितंबर) का शेड्यूल

  • सुबह 8:15 से सुबह 9:00 बजे तक राजघाट पर नेताओं और प्रतिनिधिमंडलों के प्रमुखों का आगमन होगा. इस दौरान राजघाट पर लीडर्स लाउंज के अंदर शांति दीवार पर हस्ताक्षर किए जाएंगे.
  • सुबह 9:00 बजे से 9:20 बजे तक महात्मा गांधी की समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित की जाएगी. इस दौरान महात्मा गांधी के पसंदीदा भक्ति गीतों का लाइव प्रदर्शन भी होगा.
  • 9:20 बजे नेता और प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख अलग-अलग काफिले में लीडर्स लाउंज के लिए प्रस्थान करेंगे.
  • 9:40 बजे से 10:15 बजे तक भारत मंडपम में नेताओं और प्रतिनिधिमंडल के प्रमुखों का आगमन होगा.
  • 10:15 बजे से 10:28 बजे तक भारत मंडपम के लेवल 2 के साउथ प्लाजा में वृक्षारोपण समारोह होगा.
  • 10:30 बजे से 12:30 बजे तक भारत मंडपम के लेवल 2 के समिट हॉल में तीसरा सत्र ‘वन फ्यूचर’ (एक भविष्य) होगा. इसके बाद नेताओं की ओर से की जाने वाली घोषणा को अडॉप्ट किया जाएगा.