अमर भारती : गजरौला में श्री वेंक्टेश्वरा यूनिवर्सिटी में एक किसान सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस दौरान विश्वविद्यालय द्वारा देश की रीढ़ कृषि एवं खेती करनेवाले अन्नदाता प्रगतिशील भाइयो के सम्मान में अन्नदाताओं को वेंक्टेश्वरा किसान समारोह/संगोष्ठी का भव्य आयोजन किया गया।जिसमें विश्वविद्यालय की नर्सिंग विभाग की छात्रा निशा ने गणपति बंधना की ऐसी क्लासिक प्रस्तुति दी खचाखच भरा आँडिटोरियम तालियां से गूंज उठा।इसके बाद रवि एंड गुर्प ने “किसान का पसीना”नामक नाटक प्रस्तुत किया।जिसमें किसान की बदहाली पर बहुत मार्सिक तरीकों से प्रस्तुत किया गया।इसके साथ ही जनपद की छह ब्लाकों से पहुंचे 352 से अधिक प्रगतिशील अन्नदाताओं को सम्मानित किया गया।इस अवसर पर देश के विभिन्न स्थानों से पहुचे वैज्ञानिकों ने किसानों की उपज बढ़ाने एवं उनकी आय दौगुना करने संबंधी उपायों पर विस्तार से चर्चा की।
अपने संबोधन में जिला कृषि अधिकारी राजीव कुमार ने केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा किसानों के उत्थान एवं कल्याण के लिए विभिन्न कल्याणकारी योजनाएं के बारे में विस्तार से जानकारी दी।विश्वविद्यालय के प्रति कुलाधिपति एवं राष्ट्रीय प्रेरक वक्ता डॉ राजीव त्यागी ने किसानों की बदहाली के लिए सरकारी योजनाओं का सही एवं प्रभावी तरीक़े से क्रियान्वयन न होने के साथ कुछ हद तक किसानों को भी उनकी बदहाली के लिए जिम्मेदार ठहराया।उन्होंने पुराने परम्परागत तरीकों को छोड़ कर नये परम्परागत तरिके से खेती करने की सलाह दी।विख्यात कृषि वैज्ञानिक डॉ अलका सिंह ने आरगैनिक खेती पर जोर देते हुए कहा की फसल की पैदावार बढाने के लिए ज्यादा रासायनिक खादों का प्रयोग न करें।इस मौके पर डॉ वेदप्रकाश शर्मा, राम चन्द्र सिंह, अशोक नागर,जयदेव सिंह, चौधरी नरेंद्र सिंह,अरूण गौस्वामी,राजीव कुमार, मारूफ चौधरी,शकील कौसर ,विशाल शर्मा,जितेंद्र चौहान, राकेश शर्मा आदि मौजूद रहे।