नई दिल्ली। संसद के मॉनसून सत्र के लिए लोकसभा की बैठक को अनिश्चितकाल तक स्थगित कर दिया है। पेगासस जासूसी कांड, कृषि कानूनों और अन्य मुद्दों पर रोज की बहस के चलते संसद के काम में बाधित होता रहा है और 22 प्रतिशत काम ही पूरा हो पाया है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सुबह कार्यवाही शुरू होने पर बताया कि 17वीं लोकसभा की छठी बैठक 19 जुलाई 2021 को शुरू हुई और इस दौरान 17 बैठकों में 21 घंटे 14 मिनट कामकाज हुआ।
स्पीकर से मिले सभी नेता
संसद को समापन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने स्पीकर ओम बिरला से मुलाकात की। सदन अनिश्चितकाल तक स्थगित होने के बाद कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस नेता अधिरंजन चैधरी भी पहुंचे स्पीकर मिलने उनके कमरे में पहुंचे। इनके अलावा तृणमूल कांग्रेस, अकाली दल, वाईएसआरसीपी, बीजू जनता दल समेत कई विपक्षी दलों के नेताओं ने भी बिरला से मुलाकात की। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सभी दलों के नेताओं से आग्रह किया कि भविष्य में सदन में चर्चा और संवाद को प्रोत्साहित किया जाए।
उम्मीद के मुताबिक नहीं हो पाया संसद में काम
बिरला ने बताया कि व्यवधान के कारण 96 घंटे में करीब 74 घंटे कामकाज नहीं हो सका। लोकसभा अध्यक्ष ने कहा, ‘निरंतर व्यवधान के कारण महज 22 प्रतिशत कार्य निष्पादन रहा।’ उन्होंने बताया कि सत्र के दौरान संविधान (127वां संशोधन) विधेयक सहित कुल 20 विधेयक पारित किये गए। चार नये सदस्यों ने शपथ ली। बिरला ने बताया कि मॉनसून सत्र के दौरान 66 तारांकित प्रश्नों के मौखिक उत्तर दिये गए और सदस्यों ने नियम 377 के तहत 331 मामले उठाए।