महिला पत्रकार से छेड़खानी,डीटीसी बस मार्शल पर एफआईआर दर्ज

अमर भारती: दिल्ली की सरकार महिलाओं को सुरक्षा मुहैया कराने में नाकाम साबित हो रही है। “आप” सरकार ने महिलाओं को सुरक्षित रखने के लिए करीब दो साल पहले डीटीसी बसों में  मार्शल की तैनाती की शुरुआत की थी। बावजूद इसके महिलाएं सुरक्षित नहीं है। दरसल, घटना बुधवार रात करीब 8 बजे की है,एक महिला पत्रकार ने दिल्ली जाने के लिए डीटीसी बस पकड़ी। महिला खचाखच भीड़ में खड़ी थी। अगले स्टॉप पर टिकट चेक करने वाले पांच डीटीसी कर्मचारी चढ़े।

महिला पत्रकार का आरोप है कि इन पांच कर्मचारियों में से एक टिकट चेकर ने टिकट मांगते समय उसे ग़लत तरीके से छुआ। इतना ही नहीं जब महिला ने विरोध किया तो टिकट चेकर ने धमकी भरे अंदाज में कहा, “मुझसे मत उलझ।”

जिसके बाद महिला पत्रकार ने ड्राइवर और कंडक्टर से बस का दरवाजा नहीं खोलने की अपील की, जिससे कि उसे सीधे पुलिस थाने पहुंचाया जा सके। लेकिन ड्राइवर ने गाड़ी रोक दी और कंडक्टर ने उसे बाहर निकलने दिया। इस दौरान महिला ने मार्शल से भी मदद मांगी लेकिन अत्यधिक भीड़ होने की वजह से जब तक मार्शल वहां पहुंचता आरोपी बाहर निकल चुके थे। जिसके बाद महिला पत्रकार ने कंडक्टर से कहा कि वो पुलिस से इस बात की शिकायत करेंगी, इसके जवाब में कंडक्टर ने कहा कि वो यहीं उतर जाएं और फिर जिससे कहना है कहें।

लेकिन महिला पत्रकार ने बहादुरी दिखाते हुए बस से उतरने से मना कर दिया। उसने ड्राइवर से कहा कि वो बस को नजदीकी पुलिस थाने ले चले। जिसके बाद बस 12/22 थाने पहुंची। लेकिन वहां शिकायत दर्ज करने के लिए कोई अधिकारी मौजूद नहीं था। जिसके बाद महिला पत्रकार ने नोएडा के एसएसपी को ट्वीट करके मामले की जानकारी दी।

ट्वीट के बाद यूपी पुलिस हरकत में आयी। हालांकि जब इस मामले को लेकर बस में मौजूद मार्शल से बात की तो उसने बताया कि पैसेंजर के साथ दुर्व्यवहार ना हो, ये सुनिश्चित करना उसका काम है। उसने कहा, ‘मेरा आज रूट नंबर 33 था, सेक्टर 43 से भजनपुरा तक। मैं बस में था। पीछे का दरवाजा खुला तो वो लोग पीछे के दरवाज़े से निकल गए. पीछे एक बटन लगा होता है जिस से कोई भी दरवाजा खोल सकता है। डीटीसी के कर्मचारी ने बदतमीजी की है। मेरे रूट रोज बदलते हैं। मेरे पास डंडा नहीं है। हमें इजाज़त नहीं है डंडे रखने की।’

फिलहाल पुलिस ने नोएडा सेक्टर- 24 थाने में पांच टिकट चेकर, मार्शल, ड्राइवर और कंडक्टर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने मामले में तेजी दिखाते हुए पूछताछ के लिए मार्शल सहित चार आरोपियों को हिरासत में ले लिया है। हालांकि मुख्य आरोपी अब भी फरार है।