अगर सब कुछ सही चलता रहा तो अगले साल 15 अगस्त से पहले देश को नया संसद भवन मिल जाएगा। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बुधवार को बताया कि नए संसद भवन का निर्माण अगले वर्ष 15 अगस्त से पहले पूरा होने की उम्मीद है। नए संसद भवन के निर्माण का कार्य प्रगतिशील है।
नए संसद भवन पर 238 करोड़ खर्च हुए
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल दिसंबर में संसद के नये भवन का भूमि पूजन किया था। नये संसद भवन के निर्माण पर कुल 971 करोड़ रुपये खर्च हो सकते हैं। बीते दिनों राज्यसभा में सरकार ने अब तक हुए खर्च का ब्योरा दिया था। और कहा कि नए संसद भवन पर 238 करोड़ खर्च हुए हैं। राज्यसभा सदस्य जीसी चंद्रशेखर और राजमणि पटेल के सवाल के जवाब में आवास और शहरी मामलों के राज्यमंत्री कौशल किशोर शर्मा ने राज्यसभा में यह जानकारी दी। दोनों सदस्यों ने सेंट्रल विस्टा एवेन्यू और नए संसद भवन पर होने वाले खर्च और इनके पूरा होने की समयावधि की जानकारी मांगी थी।
दस कॉमन सेक्रेट्रिएट भवन शामिल
केंद्रीय राज्यमंत्री ने बताया कि नए संसद भवन और सेंट्रल विस्टा एवेन्यू पर कुल 1289 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान जताया गया है। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि दोनों प्रोजेक्ट्स में खर्च होने वाली रकम का बंटवारा नहीं किया गया है। यहां पर होने वाले नए निर्माण में स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप के लिए भवन, उपराष्ट्रपित एंक्लेव, सेंट्रल कांफ्रेंस सेंटर, दस कॉमन सेक्रेट्रिएट भवन आदि शामिल हैं।
लोकसभा कक्ष में 1,272 सीटों की व्यवस्था
नए भवन का निर्माण मौजूदा भवन के सामने किया जा रहा है। पुराने संसद भवन का निर्माण 94 साल पहले लगभग 83 लाख रुपये में किया गया था। नए भवन के निर्माण के बाद पुराने भवन को संग्रहालय में तब्दील कर दिया जाएगा। नए संसद भवन में लोकसभा और राज्यसभा के कक्ष बड़े होंगे, जिसमें लोकसभा के लिये 888 जबकि राज्यसभा के लिये 384 सीटों की व्यवस्था होगी। संयुक्त सत्र बुलाने के लिये लोकसभा कक्ष में 1,272 सीटों की व्यवस्था होगी।