चाणक्य की गिनती श्रेष्ठ विद्वानों में की जाती है. विश्व प्रसिद्ध तक्षशिला विश्व विद्यालय से चाणक्य का गहरा संबंध था. चाणक्य ने तक्षशिला विश्व विद्यलाय से शिक्षा प्राप्त की और बाद में चाणक्य न इसी विश्व विद्यालय में शिक्षण कार्य किया. चाणक्य योग्य शिक्षक होने के साथ साथ एक कुशल अर्थशास्त्र, कूटनीतिज्ञ और समाजशास्त्री भी थे. चाणक्य को कई विषयों की अत्यंत गहरी जानकारी थी.
चाणक्य ने अपने अध्ययन और अनुभव से पाया कि हर व्यक्ति में कुछ न कुछ विशेषता होती है. यही विशेषता उसे दूसरों से अलग बनाती है. लेकिन कुछ लोग अपने भीतर छिपी योग्यता को पहचान नहीं पाते हैं और इसी कारण वे सफलता से दूर रहते हैं.
चाणक्य की मानें तो जीवन में सफल होने के लिए कुछ बातों का हमेशा ध्यान रखना चाहिए. जीवन में सफल होने के अवसर बहुत ही सीमित मात्रा में मिलते हैं इसलिए इन अवसरों को किसी भी सूरत में छोड़ना नहीं चाहिए. इन अवसरों का लाभ तभी प्राप्त होगा जब आप में होगी ये बात-
प्रत्येक कार्य को मन से करें
चाणक्य के अनुसार कोई भी कार्य छोटा या बड़ा नहीं होता है. जो व्यक्ति को कार्य को छोटा या बड़ा समझता है वह कभी सफलता प्राप्त नहीं करता है. किसी भी महापुरूष को देखें तो पाएंगे इन लोगों ने अपने हर कार्य को बहुत ही सुंदर तरीके से किया. चाणक्य के मानें तो प्रत्येक कार्य में व्यक्ति की प्रतिभा और उसकी कुशलता दिखनी चाहिए. जो ऐसा नहीं कर पाते हैं वे सफलता से वचिंत रहते हैं.
कार्य आरंभ करने से पहले समय सीमा तय करें
चाणक्य नीति के अनुसार सफल व्यक्ति वही है जो अपने प्रत्येक कार्य को एक निर्धारित समय सीमा के भीतर पूर्ण करें. सफलता में समय की विशेष उपयोगिता होती है. समय सीमित होता है. इसलिए व्यक्ति जब किसी लक्ष्य को तय कर लेता है तो उसे पूर्ण करने के लिए संपूर्ण शक्ति और समर्पण भाव लगा देना चाहिए. क्योंकि परिश्रम और समर्पण में ही सफलता का रहस्य छिपा होता है.
सफल होने के लिए सही मार्ग का चयन करें
चाणक्य के अनुसार सफल होने के लिए व्यक्ति को कभी गलत मार्ग का चयन नहीं करना चाहिए. परिश्रम और सही मार्ग पर चलकर ही सफलता प्राप्त करने का प्रयास करना चाहिए. सही मार्ग पर चल कर प्राप्त की गई सफलता अधिक दिनों तक टिकी रहती है. जो सफलता अनैतिक प्रयासों से प्राप्त की जाती है वह बहुत जल्द समाप्त हो जाती है और उसके बुरे परिणाम कई रूपों में भुगतने पड़ते हैं.