Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the wp-statistics domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/ekumjjfz/amarbharti.com/wp-includes/functions.php on line 6114

Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the updraftplus domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/ekumjjfz/amarbharti.com/wp-includes/functions.php on line 6114

Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the wordpress-seo domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/ekumjjfz/amarbharti.com/wp-includes/functions.php on line 6114
डायबिटीज के मरीज ब्रेकफास्ट, लंच, डिनर में क्‍या करें- Amar Bharti Media Group हेल्थ

डायबिटीज के मरीज ब्रेकफास्ट, लंच, डिनर में क्‍या करें

दुनिया भर में तेजी से बढ़ रही डायबिटीज स्वास्थ्य चिंता का एक प्रमुख कारण है. बीमारी की स्थिति में शरीर इंसुलिन पैदा नहीं कर पाता. शरीर के हार्मोन का इस्तेमाल नहीं कर पाने पर भी डायबिटीज होता है. इसके चलते ब्लड शुगर बढ़ जाता है. शुगर को संश्लेषित करने का हार्मोन जिम्मेदार होता है. हालांकि, डायबिटीज गंभीर समस्या की तरह नहीं नजर आती है, मगर समय पर नियंत्रित नहीं करने से बीमारी अंदरूनी अंगों जैसे दिल और किडनी को नुकसान पहुंचा सकती है.

कहा जाता है कि डायबिटीज से पीड़ित को कोरोना वायरस संक्रमण का खतरा ज्यादा रहता है. बीमारी को जीवन शैली में बदलाव, व्यायाम और स्वस्थ खानपान से काबू किया जा सकता है. मौसम में बदलाव के साथ सर्दी में डायबिटीज के मरीज पूरे डाइट प्लान पर अमल कर ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित रख सकते हैं.

ब्रेकफास्ट

सर्दी के दौरान डायबिटीज के मरीजों को फाइबर और प्रोटीन से भरपूर ब्रेकफास्ट लेने की सलाह दी जाती है. मरीजों के लिए मौसमी फूड को अपने ब्रेकफास्ट में जरूर शामिल करना चाहिए. शकरकंद, बिना मिठास के चाय या कॉफी, उबला हुआ अंडा, मौसमी फल में संतरा और अमरूद का सेवन मुफीद रहेगा.

लंच

डायबिटीज के मरीजों को अत्यधिक फाइबर वाले भोजन खाना चाहिए क्योंकि इससे उन्हें संतुष्ट रहने में मदद मिलेगी और ब्लड में शुगर लेवल की अचानक बढ़ोतरी नहीं होगी. लंच में डायबिटीज के मरीजों को हरी सब्जियां जैसे पालक, साग, सरसों की पत्तियां, मल्टीग्रेन आटे की चपाती, कच्ची सब्जियां जैसे गाजर और मूली को शामिल करना चाहिए.

डिनर

सर्दी का मौसम चिकन सूप, सलाद, गर्म ड्रिंक्स और हरी सब्जियों का आनंद उठाने के लिए बेहतरीन समय है. सरसों के साग को मल्टीग्रेन चपाती के साथ मिलाकर खाना सर्दी के आहार को स्वस्थ और सबसे पसंदीदा बनाता है. डायबिटीज के मरीजों को एक बात का ध्यान जरूर रखना चाहिए कि उन्हें किसी भी मौसम में शुगर, कार्बोहाइड्रेट से भरपूर और पोसेस्ड फूड का सेवन नहीं करना है.