नई दिल्ली। भारत मे कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते कई देश भारत की मदद करने के लिए आगे आये हैं। वही चीन भी मदद के लिए आगे आया लेकिन वही दूसरी ओर उसने यह हाथ खींच भी लिया है। दरअसल, चीन की सरकारी सिचुआन एअरलाइंस ने भारत के लिए अपनी सभी मालवाहक उड़ानों को अगले 15 दिन तक के लिए स्थगित कर दिया है।
मेडिकल सप्लाई मिलने में बड़ी बाधा
जिसके चलते निजी कारोबारियों को बीजिंग से अति-आवश्यक ऑक्सीजन कॉन्सनट्रेटर और अन्य मेडिकल सप्लाई मिलने में बड़ी बाधा पैदा हो गई है। कंपनी ने यह कदम चीन सरकार की ओर से कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्देनजर भारत को सहायता की पेशकश किए जाने के बावजूद उठाया है।
दोनों पक्ष इस संबंध में चर्चा कर रहे
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने सिचुआन एअरलाइंस ने कहा कि, “भारत में महामारी की स्थिति पर चीन करीब से नजर रख रहा है। गंभीर होती स्थिति को लेकर हमारी सहानुभूति भारत के साथ है। हम कह चुके हैं कि हम वायरस के खिलाफ लड़ाई में प्रथम उपलब्ध अवसर में भारत की मदद करने को तैयार हैं। दोनों पक्ष इस संबंध में चर्चा कर रहे हैं।”
35 से 40 प्रतिशत तक वृद्धि
चीनी उत्पादकों ने ऑक्सीजन से संबंधित उपकरणों की कीमत में 35 से 40 प्रतिशत तक की वृद्धि कर दी है। माल ढुलाई के शुल्क में भी करीब 20 प्रतिशत तक की वृद्धि की गई है।
उपकरणों की आपूर्ति में देरी होगी
शंघाई में माल भेजने की कंपनी साइनो ग्लोबल लॉजिस्टिक के सिद्धार्थ सिन्हा ने बताया कि सिचुआन एअरलाइंस के फैसले से दोनों देशों के कारोबारियों द्वारा तेजी से ऑक्सीजन कॉन्सनट्रेटर खरीदने और भारत को भेजने में बाधा पैदा होगी। उन्होंने कहा कि अब इन उपकरणों को भेजना और चुनौतीपूर्ण होगा, उन्हें सिंगापुर और अन्य देशों के रास्ते विभिन्न विमानन कंपनियों द्वारा भेजना होगा जिससे अति-आवश्यक इन उपकरणों की आपूर्ति में देरी होगी।