Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the wp-statistics domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/ekumjjfz/amarbharti.com/wp-includes/functions.php on line 6114

Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the updraftplus domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/ekumjjfz/amarbharti.com/wp-includes/functions.php on line 6114

Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the wordpress-seo domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/ekumjjfz/amarbharti.com/wp-includes/functions.php on line 6114
एक से भिड़े, दूसरे की तैयारी : ‘ताउते’ ​के बाद चक्रवात 'यस' से निपटने को तैयार मौसम विभाग- Amar Bharti Media Group राष्ट्रीय

एक से भिड़े, दूसरे की तैयारी : ‘ताउते’ ​के बाद चक्रवात ‘यस’ से निपटने को तैयार मौसम विभाग

इन राज्यों में जारी किया गया अलर्ट

नई दिल्ली। भारतीय ​​तटरक्षक बल अभी चक्रवात ताउते से ​उबरा भी नहीं था कि अब नए ​​चक्रवात ‘यस’ से मुकाबला करने की तैयारी शुरू कर दी है। ​उत्तरी अंडमान सागर और उससे सटे पूर्वी मध्य बंगाल की खाड़ी में उठने वाले इस तूफान से निपटने के लिए ​पूर्वी तट पर व्यापक उपाय शुरू कर दिए ​गए ​हैं।​ तटरक्षक ​​डोर्नियर विमानों और जहाजों, चिकित्सा टीमों और एम्बुलेंस को​ स्टैंडबाय पर रखा गया है।​​

26 मई को पहुंचेगा बंगाल, आईसीजी तैयार

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के पूर्वानुमान के अनुसार 22 मई के आसपास उत्तरी अंडमान सागर और उससे सटे पूर्वी मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। इसके अगले 72 घंटों में एक चक्रवाती तूफान में तेज होने की संभावना है। इसके उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और 26 मई की शाम को ओडिशा-पश्चिम बंगाल के तटों तक पहुंचने की संभावना जताई गई है। चक्रवात के रूप में विकसित होने वाले चक्रवात ‘यस’ से मुकाबला करने के लिए भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) ने पूर्वी तट पर व्यापक एहतियाती उपाय शुरू कर दिए हैं।

बारीकी से जारी मौसम की निगरानी

आईसीजी प्रवक्ता के अनुसार सभी तटीय क्षेत्रों, जलयान और विमानन इकाइयों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। बंगाल की खाड़ी में मौसम के विकास की बारीकी से निगरानी की जा रही है। तमिलनाडु, पुडुचेरी, आंध्र प्रदेश, ओडिशा, पश्चिम बंगाल के साथ-साथ अंडमान और निकोबार द्वीपों में आईसीजी रिमोट ऑपरेटिंग स्टेशन (आरओएस) लगातार मौसम चेतावनी संदेश दे रहे हैं। एमएमबी रेडियो पर अंग्रेजी और स्थानीय भाषा दोनों में नियमित अंतराल पर व्यापारी जहाजों, मछली पकड़ने वाली नौकाओं, मत्स्य सर्वेक्षण, अनुसंधान में लगे जहाजों, तेल रिग, आवास बार्ज, अपतटीय विकास क्षेत्रों (ओडीए) आदि के जहाजों को सतर्क करने के लिए प्रसारण किया जा रहा है।

नौवहन, मत्स्य और मछुआरा संघों को दी गई चेतावनी

इसके अलावा जहाजों को लंगरगाह में आश्रय लेने और आवश्यक सुरक्षा उपाय करने की सलाह दी गई है। नैवेटेक्स चेतावनी नियमित रूप से जारी की जा रही है और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा नेट (आईएसएन) को सक्रिय कर दिया गया है, ताकि जहाजों को क्षेत्र में आने-जाने की चेतावनी दी जा सके। बंदरगाह प्राधिकरणों, तेल रिग संचालकों, नौवहन, मत्स्य अधिकारियों और मछुआरा संघों को चक्रवात बनने की संभावना के बारे में सूचित कर दिया गया है।​ नावों, जहाजों और स्थिर प्लेटफार्मों की सुरक्षा के लिए निकट संपर्क और समन्वय बनाए रखा जा रहा है।​

स्टैंड बाय पर चिकित्सा टीम और एम्बुलेंस

हालांकि, भारत के पूर्वी तट पर मछली पकड़ने पर प्रतिबंध लागू है, फिर भी समुद्र में काम कर रहे मछुआरों को मौसम की चेतावनी प्रसारित करके उन्हें निकटतम बंदरगाह पर लौटने के निर्देश दिए जा रहे हैं। आईसीजी ने संबंधित राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों की सरकारों से बंदरगाह में मौजूद मछली पकड़ने वाली नौकाओं का लेखा-जोखा रखने का अनुरोध किया है। संभावित चक्रवात ‘यस’ को देखते हुए तटरक्षक डोर्नियर विमानों और जहाजों, तटरक्षक आपदा राहत दल (डीआरटी), हवा से फूलने वाली नावों को आपदा प्रतिक्रिया कार्य शुरू करने के लिए स्टैंडबाय पर रखा गया है। चिकित्सा टीमों और एम्बुलेंस को भी तेजी से जुटाने के लिए तैयार रखा गया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *