विश्वसनीयता केवल हिन्दी पत्रकारिता के पास है : प्रो. आर.एन. त्रिपाठी


— हिन्दी पत्रकारिता दिवस पर जौनपुर में आयोजित हुई गोष्ठी

जौनपुर। हिन्दी पत्रकारिता दिवस के अवसर पर शुक्रवार को कलेक्ट्रेट परिसर स्थित पत्रकार भवन में यूपी वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन, जौनपुर इकाई द्वारा एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि काशी हिंदू विश्वविद्यालय के प्रोफेसर और पूर्व लोक सेवा आयोग सदस्य प्रो. आर. एन. त्रिपाठी ने गोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि “हिन्दी पत्रकारिता दिवस पत्रकारों का उत्सव है। पत्रकारिता को धारदार बनाना होगा। विश्वसनीयता का संकट समाज में नहीं, केवल उन लोगों में है जो पत्रकारिता की आचारसंहिता को नहीं समझते।”

उन्होंने कहा कि “हिन्दी पत्रकारिता के पास आज भी विश्वसनीयता है और यही उसकी सबसे बड़ी ताकत है। चाटुकारिता करने वाले पत्रकारिता की आत्मा को नहीं समझते। लेकिन जो सत्य और आचरण के पथ पर हैं, उनकी कलम की धार को कोई रोक नहीं सकता।” प्रो. त्रिपाठी ने आगे कहा कि “समाज में समन्वय और संवाद आवश्यक है। जो पददलित हैं, उन्हें आलोचना और मार्गदर्शन के माध्यम से राह पर लाना पत्रकारिता का दायित्व है। ‘चरैवेति-चरैवेति’ ही पत्रकारिता का मंत्र होना चाहिए।”

कार्यक्रम की अध्यक्षता विजय प्रकाश मिश्र ने की और गोष्ठी को साहित्यकार कवि गिरीश श्रीवास्तव, उपाध्यक्ष आदर्श कुमार, यशवंत कुमार गुप्त, मंगला प्रसाद तिवारी, चन्द्र मणि पाण्डेय, अरुण कुमार सिंह आदि वक्ताओं ने भी संबोधित किया।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि प्रो. त्रिपाठी को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में राजेश कुमार श्रीवास्तव, दीपक मिश्र, अभिषेक शुक्ल, संतोष कुमार राय, जुबैर अहमद, भोला विश्वकर्मा, सचिन श्रीवास्तव, मनीष कुमार गुप्त, लाल बहादुर यादव, वीरेन्द्र कुमार पाण्डेय समेत अनेक पत्रकार उपस्थित रहे।

कार्यक्रम का संचालन महामंत्री संतोष कुमार सोनथालिया ने किया।
गोष्ठी के अंत में आई.एफ.डब्ल्यू.जे. के राष्ट्रीय अध्यक्ष के. बिक्रम राव, वरिष्ठ पत्रकार कुंवर यशवंत कुमार सिंह तथा वरिष्ठ पत्रकार यशवंत कुमार गुप्त की माता के निधन पर श्रद्धांजलि दी गई।
साथ ही राष्ट्रीय अध्यक्ष के. बिक्रम राव के कृतित्व और व्यक्तित्व पर भी चर्चा हुई।