बाबा का ढाबा, मदद को पहुंची दिल्ली

नई दिल्ली. मालवीय नगर स्थित बाबा का ढाबा वाले बुजुर्ग का वीडियो वायरल हुआ तो दिल्ली वालों ने उनके ढाबे पर पहुंच जमकर मटर पनीर, रोटी, चावल का आनंद लिया. बाबा को रोते हुए देख दिल्लीवासी उनके आंसू पोछने उनके पास पहुंच गए और उनकी झोली खुशियां भर दीं.

दिल्ली के लोगों ने उन्हें खुशियां तो दीं लेकिन उनके अपने उनकी खुद मदद नहीं करते. बाबा कांता प्रसाद के 2 बेटे और एक बेटी हैं, ये तीनों उनकी मदद नहीं करते हैं.

ज़ी मीडिया से बात करते हुए बाबा ने बताया कि आज से पहले उनका ज्यादातर खाना बच जाया करता था, बहुत कम कस्टमर ही खाना खाने आते थे. सिर्फ तीन पाव (750 ग्राम) चावल भी नहीं बिकते थे, लेकिन आज अब ऐसा नहीं है.

कांता प्रसाद ने बताया कि लॉकडाउन से पहले हम 4 से 5 हज़ार रुपये महीना बचा लिया करते थे, लेकिन जैसे ही लॉकडाउन की शुरुआत हुई तो उनकी हालत बुरी तरह से खराब होती चली गई.

बता दें कि दिल्ली के मालवीय नगर में कांता प्रसाद और बादामी देवी कई बरसों से बाबा का ढाबा (Baba Ka Dhaba) चला रहे हैं. दोनों की उम्र 80 साल से ज्यादा है. कांता प्रसाद बताते हैं कि उनके दो बेटे और एक बेटी है लेकिन कोई भी उनकी मदद नहीं करता और वो सारा काम खुद ही करते हैं.

पिछले 24 घंटे में बाबा का ढाबा का वीडियो वायरल खूब वायरल हुआ. इसके बाद उनके ढाबे पर मटर पनीर खाने के लिए दिल्ली वासियों की भीड़ लग गई है.

साथ ही देश की कई बड़ी हस्तियों ने भी इस वीडियो को शेयर करते हुए मदद के लिए हाथ बढ़ाए. ट्वीटर पर लोगों से उनके यहां जाकर खाने खाने की अपील भी की है.

यह वीडियो को @VasundharaTankh नाम के ट्विटर यूज़र ने बुधवार की शाम अपने अकाउंट पर रिट्वीट किया था. देखते ही देखते वीडियो वायरल हो गया. ट्विटर पर अब इस वीडियो को करोड़ों लोग देख चुके हैं.

इस वीडियो को सबसे आंत्रप्रेन्योर गौरव वासन ने अपने सोशल हैंडल पर डाला था. गौरव खुद भी एक फूड ब्लॉगर हैं. उनकी एक अपील से एक बुजुर्ग को जरूरी मदद मिल गई.