ड्रग्स के सितारे

सुशान्त की मौत की जांच के क्रम में ड्रग्स को लेकर जिस तरह से फिल्मी सितारों के नाम सामने आ रहे हैं उससे देश न सिर्फ  हतप्रभ है अपितु दोषियों के खिलाफ  कड़ी कार्रवाई भी चाहता है।

दीपिका पादुकोंण, सारा अली खान, श्रद्धा जैसी अभिनेत्रियों के दामन पर ड्रग्स का दाग न सिर्फ चौंकाता है अपितु इससे यह भी स्पष्ट होता है कि चमक-दमक और यूथ आइकॉन जैसी प्रतिष्ठा हासिल करने वाली ये अभिनेत्रियां अन्दर से खोखली हैं।

इन्हें न तो देश के और समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों का भान है और न ही ये इसे गम्भीरता से लेती हैं। फिल्मों के जरिए युवा सोच को प्रभावित करने वाली इन अभिनेत्रियों का गुनाह (प्रथम दृष्टया:) बहुत बड़ा है।

यही वजह है कि ड्रग्स खोर अभिनेताओं और अभिनेत्रियों पर एनसीबी का शिकंजा लगातार कसता जा रहा हैं। इन सबके बीच यह सवाल मौजूंद है कि इन युवा अभिनेत्रियों को ड्रग्स की आपूर्ति कहां से हो रही है? क्या ड्रग्स की तस्करी में लोकल पुलिस भी शामिल है या किसी माफिया गिरोह की संलिप्तता है।

इन सवालों का जवाब एनसीबी दूंढ़ रही है और उम्मीद है कि बहुत जल्द ही बड़ी मछलियां भी एनसीबी की गिरफ्त में होंगी। जहां तक सुशान्त की मौत का सवाल है सीबीआई बहुत तेजी से जांच कर रही है। लेकिन एनसीबी इस मामले में जिस तेजी के साथ काम कर रही है वह काबिले तारीफ है।

आने वाले वक्त में बॉलीवुड की थाली में कितना छेद है और कौन इस थाली में छेद कर रहा है जांच एजेंसी दूध का दूध और पानी का पानी कर देगी। इन सबके बीच ड्रग्स को लेकर तथाकथित बुद्विजीवियों और बॉलीवुड के नामचीन सितारों की चुप्पी बेहद हैरान करने वाली है। इस मसले पर अब तक न तो सलमान खान का बयान आया है और न ही शाहरुख खान का।

आमिर खान को भी इस ड्रग्स गिरोह से अब तक डर नहीं लगा है। जबकि ये तीनों अभिनेता अधिकांश मुद्दों पर बड़ी बेबाकी से अपनी राय रखते रहे हैं। देश के तथाकथित महा-नायक अमिताभ बच्चन की खामोशी भी संदेहास्पद है,जबकि जया का राजनीतिक बयान सामने आ चुका है।

थाली में छेद करने वाला मुहावरा जया के गले की फांसी बन गया है। लोग सवाल कर रहे हैं कि जया आखिर जांच को भटकाना क्यों चाहती हैं? जया अपने इस बयान के जारिए क्या किसी को बचाना चाहती हैं? इन सवालों के आलोक में प्रसिद्ध अभिनेत्रियों की एनसीबी के सम्मुख पेशी अपने आप में बहुत कुछ कह देती है।

आने वाले दिनों में यह स्पष्ट हो जाएगा कि थाली में छेद कौन कर रहा है। साथ ही यह भी सबके सामने आ जाएगा कि जिन अभिनेताओं/अभिनेत्रियों को युवा अपना आदर्श मानते हैं दरअसल उनका आचरण गली छाप वाला है।