किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी रिहा, लखीमपुर खीरी पहुंचने से पहले की थी गिरफ्तारी

क्या गुरनाम सिंह चढूनी के हाथों से निकल रहा किसान आंदोलन, टोहाना की घटना  क्या कर रही इशारा?

नई दिल्ली। किसानों ने कल देर रात हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का घेराव किया। यह घेराव गुरनाम सिंह चढ़ूनी की गिरफ्तारी के विरोध में था। चढ़ूनी को देर रात 11 बजे रिहा कर दिया गया है।गरअसल किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी को मेरठ से उस वक्त गिरफ्तार कर लिया गया था जब वह किसानों से मिलने लखीमपुर खीरी जा रहे थे।

6 अक्टूबर को लखीमपुर श्रद्धांजलि देने जाएंगे चढ़ूनी

रिहा होने के बाद चढ़ूनी ने किसानों से यह अपील की है कि जहां-जहां जाम लगा रखा है उसे खोल दें। 6 अक्टूबर को साथी किसान नेताओं के लखीमपुर श्रद्धांजलि देने पहुंचेगे। गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने ट्वीट करते हुए अपील की कि,” सभी साथियों का साथ देने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद जहां भी किसान साथियों ने जाम लगाया हुआ है कृपया खोल दें। 6 अक्टूबर को हरियाणा के किसान साथी क़ाफ़िले लेकर लखीमपुर खीरी शाहिद किसान साथियों को श्रद्धांजलि देने पहुँचेंगे 6 तारीख़ को सुबह 6 बजे सभी साथी KMP सिंघु बॉर्डर पर इकठे हों।”

पुलिस ने किठौर से किया था गिरफ्तार

गुरनाम सिंह चढ़ूनी अपने कुछ साथियों के साथ सोमवार सुबह लखीमपुर के लिए रवाना हुए थे। लखीमपुर जाने वाले सभी लोगों को पुलिस दिल्ली -लखनऊ हाईवे पर ही रोक रही थी। इसलिए चढ़ूनी ने मेरठ के रास्ते से जाने का फैसला किया। इस बात की जानकारी पुलिस की सर्विलांस टीम को मिल गई। पुलिस ने घेराबंदी कर चढूनी और उनके चार साथियों को लखीमपुर पहुंचने से पहले ही किठौर से गिरफ्तार कर लिया गया जिसके बाद बवाल मच गया। किसानों ने इस गिरफ्तारी के विरोध में शंभू टोल प्लाजा ब्लॉक कर दिया। इसी के साथ किसानों ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के घर का घेराव करने भी पहुंचे।   

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