पूर्व बसपा MLC रामू द्विवेदी लखनऊ में गिरफ्तार, फिर से जांच में जुटी पुलिस

लखनऊशराब व्यापारी संजय केडिया पर जानलेवा हमले और धमकी के पुराने मामले में पूर्व बीएसपी एमएलसी और माफिया रामू द्विवेदी उर्फ़ संजीव को लखनऊ के बहुखंडी आवास के पास से देवरिया पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस मामले की फिर से जांच कर रही है. रामू का नाम प्रदेश के टॉप 33 माफिया में शामिल होने के बाद उनकी परेशानी बढ़ गई है।

दरअसल रामू के खिलाफ गोरखपुर सदर कोतवाली में संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ था. मामले की विवेचना कुशीनगर पुलिस को ट्रांसफर कर दी गई. पुलिस ने जानलेवा हमला होने का अपराध नहीं पाए जाने पर कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी थी.

संजय केडिया के साथ ही रामू की एक और युवा समाजसेवी व्यापारी निकुंज अग्रवालको मारने और धमकी देने का मामला मिला था. हालाँकि कहा जा रहा है की बाद में रामू और व्यापारी के बीच सुलह हो गई थी।

दोनों मामलों की फाइल फिर से खंगाल रही पुलिस
कारोबारी संजय केडिया और निकुंज अग्रवाल से पुलिस ने नई तहरीर देकर पूर्व एमएलसी के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी शुरू की है.

एडीजी ने एसपी से माँगा ब्योरा
एडीजी जोन अखिल कुमार ने एसपी को पत्र भेज कर रामू पर दर्ज मुकदमे उनसे जुड़े लोग और संपत्तियों के बारे में जानकारी मांगी है. शुक्रवार को एसपी डॉ. श्रीपति मिश्र ने खुद कोतवाली में पूर्व एमएलसी पर दर्ज मामलों के बारे में जानकारी ली थी.

टॉप 33 माफियाओं की लिस्ट में रामू का नाम
यूपी के टॉप 33 माफियाओं की सूची में देवरिया जिला निवासी संजीव उर्फ रामू का नाम भी शामिल है। इसके गिरोह में 12 सदस्य चिह्नित किए गए हैं जिनमें से दो के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई भी की है।

हत्या के ३ मुकदमें है दर्ज
रामू पर लखनऊ में 1996 से 98 के बीच हत्या के तीन मुकदमे दर्ज हैं। इसके अलावा गोरखपुर, देवरिया में रंगदारी, हत्या की कोशिश जैसी कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज है।

रामू पर देवरिया जिले में अपराध का पहला केस सदर कोतवाली में दर्ज हुआ था। 17 फरवरी 2014 की रात में शहर के भुलौजी कॉलोनी में एमएलसी संजीव द्विवेदी उर्फ रामू के घर पर लग्जरी वाहन में सवार दर्जन भर बदमाशों ने फायरिंग की थी। उसमें एक युवक घायल हो गया था। इस मामले में पूर्व एमएलसी की तहरीर पर कारोबारी संजय केडिया और श्रीप्रकाश तिवारी पर मुकदमा दर्ज हुआ था। जबकि संजय केडिया की तहरीर पर रामू द्विवेदी पर 10 लाख रुपये की रंगदारी मांगने का केस दर्ज हुआ था।

कोतवाली पुलिस ने पूर्व एमएलसी संजीव द्विवेदी समेत अन्य लोगों पर हत्या के प्रयास और रंगदारी का केस दर्ज किया। पर सत्ता में पहुंच के कारण इस मामले कि विवेचना कुछ माह बाद कुशीनगर पुलिस को ट्रांसफर कर दी गई। रामू इस मामले में कोर्ट से जमानत करा चुके हैं।