पंजाब कांग्रेस में बवाल…आगे क्या करे सरकार?

कैप्टन-सिद्धू की लड़ाई बनी कांग्रेस के अंदरूनी मतभेद का मुद्दा

नई दिल्ली। पंजाब में मचे घमासान के बीच कल कैप्टन अमरिंदर सिंह ने गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। इस मुलाकात को लेकर सियासी गलियारों में कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। उधर सिद्धू को लेकर कांग्रेस आलाकमान ने अपने तेवर कड़े कर लिए हैं। बात पंजाब से शुरू हुई थी लेकिन अब हलचल दिल्ली तक पहुंच चुकी है। कैप्टन और सिद्धू के झगड़े का मुद्दा अब कांग्रेस के अंदरूनी मतभेद का मुद्दा बन गया है।

सिद्धू-कैप्टन की लड़ाई दिल्ली तक पहुंची

पटियाला में सिद्धू के घर बीती रात भी विधायकों का जमावड़ा लगा रहा। इस्तीफा देने के बाद अब तक सिद्धू सामने नहीं आए हैं। सिर्फ उनका एक वीडियो सामने आया है जिसमें वह हकों की लड़ाई के बारे में बात कर रहे हैं। सिद्धू ने जो लड़ाई पंजाब में शुरू की थी अब उसका असर दिल्ली में भी दिख रहा है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने नेतृत्व पर सवाल उठाया तो कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनके घर के बाहर हल्ला बोल दिया। सिब्बल को रुख पर कई कांग्रेस नेताओं ने उन्हें आड़े हाथ लिया है। छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव ने सिब्बल पर पलटवार करते हुए कहा कि सिब्बल लोगों को गुमराह कर रहे हैं, पार्टी के सारे फैसले सोनिया गांधी ही लेती हैं। खबर है कि कांग्रेस आलाकमान सिद्धू के इस फैसले से खुश नहीं है और सिद्धू ने जल्द अपना इस्तीफा वापिस नहीं लिया तो उनकी जगह किसी और को पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष बना दिया जाएगा।

कांग्रेस के कई नेता कैप्टन के समर्थन में सामने आए

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल कैप्टन के समर्थन में सामने आए। उन्होंने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके करीबी नेता भी पार्टी छोड़कर जा रहे हैं। कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमारे पास फिलहाल कोई अध्यक्ष तक नहीं है। उन्होंने कहा कि हमें जल्द से जल्द एक निर्वाचित अध्यक्ष की जरूरत है। कपिल सिब्बल ही नहीं गुलाम नबी आजाद ने भी सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखकर कहा है कि जल्द से जल्द CWC की बैठक बुलाई जाए।

कैप्टन-अमित शाह की मुलाकात से सियासी बाजार गर्म

दूसरी तरफ कांग्रेस के अहम चेहरे कैप्टन अमरिंदर सिंह की गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात ने सियासी अटकलें गर्म कर दी हैं। दोनों की यह मुलाकात करीब 50 मिनट तक चली। अमित शाह के बाद अब कैप्टन जी पी नड्डा से भी मुलाकात कर सकते हैं। खबर है कि भाजपा राज्यसभा के जरिए कैप्टन को कृषि मंत्री बना सकती है। हालांकि इन अटकलों के बीच कैप्टन ने कल ट्वीट कर कहा कि उन्होंने कृषि कानूनों के मुद्दे पर अमित शाह से मुलाकात की है।

रणदीप सुरजेवाला का कैप्टन पर वार

जाहिर है कि कैप्टन की अमित शाह से यह मुलाकात कांग्रेस आलाकमान को रास नहीं आई है। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कैप्टन पर निशाना साधते हुए कहा कि,”सत्ता में बैठे मठाधीशों को ठेस पहुंची है क्योंकि एक दलित को मुख्यमंत्री बना दिया गया है। दलित विरोधी राजनीति का केंद्र और कहीं बल्कि अमित शाह का घर बना हुआ है..।”

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