आपको ‘क्रिकेट’ पसन्द है : आईसीसी ‘हॉल ऑफ फेम’ के बारे में जानिए सबकुछ

दिग्गज़ पत्रकार भी इस लिस्ट में हो सकते हैं शामिल

नई दिल्ली। आईसीसी ने हॉल ऑफ फेम की सूची जारी कर दी है। इस सूची में टीम इंडिया के महान क्रिकेटर वीनू मांकड़, श्रीलंका के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज कुमार संगाकारा और जिम्बाब्वे के पूर्व कप्तान एंडी फ्लावर समेत 10 दिग्गजों को शामिल किया गया है। इन दस खिलाड़ियों के शामिल होने से आईसीसी हॉल ऑफ फेम की टैली 103 पर पहुँच गई है।

आख़िर है क्या आईसीसी हॉल ऑफ फेम

आईसीसी क्रिकेट “हॉल ऑफ फेम” की लिस्ट में क्रिकेट की महान हस्तियों को शामिल किया जाता है। आईसीसी, “हॉल ऑफ फेम” में शामिल किये जाने वाले महान खिलाड़ियों की सूची हर साल जारी करता है। आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल होने वालों का चयन एक वोटिंग अकादमी करती है। इस अकादमी में हॉल ऑफ फेम के सक्रिय सदस्य, एफआईसीए का एक प्रतिनिधि, प्रमुख क्रिकेट पत्रकार और आईसीसी के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं। बताना चाहेंगे कि इस बार के पांचों युगों के खिलाड़ियों का चयन ऑनलाइन मतदान से किया गया था।

हॉल ऑफ फेम की पूरी सूची

2 जनवरी 2009 से, आईसीसी हॉल ऑफ फेम की सूची में 90 खिलाड़ियों को शामिल किया गया है। इस लिस्ट में सबसे अधिक खिलाड़ी इंग्लैंड टीम (28) के, इसके बाद ऑस्ट्रेलिया के 26 और वेस्टइंडीज के 18 खिलाड़ी हैं। वर्ष 2010 में, इंग्लैंड की पूर्व महिला क्रिकेट कप्तान रेचेल फ्लिंट हॉल ऑफ फेम की सूची में शामिल होने वाली पहली महिला बनीं थी और 2019 में ऑस्ट्रेलियाई महिला खिलाड़ी कैथरीन फिटजपैट्रिक इस लिस्ट में शामिल होने वाली दूसरी महिला बनीं थीं।

जानिए, कब और कैसे बना हॉल ऑफ फेम

आईसीसी हॉल ऑफ फेम की शुरुआत 2 जनवरी 2009 को फेडरेशन ऑफ इंटरनेशनल क्रिकेटर्स एसोसिएशन के साझा सहयोग से शुरू हुई थी। इसकी शुरुआत क्रिकेट के शताब्दी वर्ष को आयोजित करने और क्रिकेटर्स को सम्मान देने के लिए हुई थी।

आईसीसी हॉल ऑफ फेम पाने की यह है योग्यता

◆ आईसीसी हॉल ऑफ फेम अवॉर्ड पाने के लिए एक बल्लेबाज को कम से कम 8,000 अंतरराष्ट्रीय रन और 20 शतक स्कोर करना जरूरी है। यह क्रिकेट के दोनों प्रारूप टेस्ट या ODI किसी के भी रन हो सकते हैं या फिर बल्लेलबाज का औसत 50 से ऊपर हो।

◆ किसी गेंदबाज को इस सूची में तभी शामिल किया जा सकता है, जब उन्होंने टेस्ट या वनडे, किसी भी फॉर्मेट में 200 विकेट अपने नाम किए हों। टेस्ट में गेंदबाज का स्ट्राइक रेट 50 और वनडे में 30 होना अनिवार्य है।

◆ इस सूची में विकेटकीपर को भी शामिल किया जा सकता है, अगर उसने कम से कम 200 खिलाड़ियों को आउट किया हो।

◆ किसी भी टीम के कप्तान को भी इस अवॉर्ड से सम्मानित किया जा सकता है अगर उसने 25 वनडे मैच या फिर वो 100 वनडे मैचों में टीम के कप्तान रहे हों और कम से कम 50 फीसदी मैच जीते हों।

◆ हॉल ऑफ फेम का सम्मान किसी भी क्रिकेट खिलाड़ी को क्रिकेट से संन्यास लेने के 5 साल बाद दिया जाता है।

इसमें पत्रकार भी होते हैं शामिल

यह जरूरी नहीं है कि यह सम्मान सिर्फ क्रिकेट खिलाड़ियों को ही दिया जाता है। आईसीसी की आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक ‘स्पेशल केस में यह सम्मान क्रिकेट खिलाड़ियों से अलग दिग्गज पत्रकार, अंपायर, मैच रेफरी और प्रशासक को भी नोमिनेट कर दिया जा सकता है। अगर कोई टीम, संस्थान या फिर खिलाड़ी इन नियमों के तहत नहीं आता है तो हॉल ऑफ फेम के नामित सदस्य ऐसे लोग और संस्थान के नाम को नॉमिनेट कर आगे बढ़ा सकते हैं। अगर ऐसे सदस्य का क्रिकेट में योगदान अहम रहा है तो उन्हें भी इस सम्मान से नवाजा जा सकता है, लेकिन इस पर सभी नामित सदस्यों (हॉल ऑफ फेम का चयन करने वाले सदस्य) का एक मत होना अनिवार्य है।