
पूरनपुर। हाईवे पर दर्दनाक हादसे में एक ही परिवार के तीन लोगों की जान चली गई। माधोटांडा थाना क्षेत्र के गांव रम्पुरा फकीरे निवासी तेजू सिंह रिश्तेदारी में आयोजित शादी समारोह में शामिल होने के लिए गुरुवार देर रात परिवार सहित कार से निकले थे। पूरनपुर-बायां मैगलगंज नेशनल हाईवे पर घाटमपुर के पास सामने से आ रही ट्रैक्टर-ट्रॉली से उनकी कार की जबरदस्त टक्कर हो गई। टक्कर के बाद कार उल्टी दिशा में घूमकर टायर पंचर की दुकान में जा घुसी। हादसे में तेजू के चाचा बहादुर की मौके पर ही मौत हो गई जबकि दो मासूम ऋषभ (7) और सुनहरी (10) ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
कार सवार छह लोग गंभीर रूप से घायल हैं, जिनका जिला अस्पताल और बरेली में इलाज चल रहा है। घटना के बाद ट्रैक्टर चालक और मजदूर मौके से फरार हो गए। पुलिस ने ट्रैक्टर ट्रॉली को कब्जे में ले लिया है। शुक्रवार को पोस्टमार्टम के बाद शव स्वजनों को सौंप दिए गए। एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मौत से गांव में कोहराम मच गया।
चालक की लापरवाही बनी तीन मौतों की वजह, चीख-पुकार से कांपा हाईवे
हादसे के समय तेज धमाके की आवाज से आस-पास के लोग सहम उठे। कार के परखच्चे उड़ गए और घायल बच्चे सड़क पर छिटक गए। मौके पर चीख-पुकार मच गई। बहादुर की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि ऋषभ और सुनहरी ने इलाज के दौरान दम तोड़ा। बच्चों की घायल मां अपने मृत बच्चों को सीने से लगाने की कोशिश करती रही।
सीएचसी पर लापरवाही से भड़के परिजन, इलाज न मिलने पर दो मासूमों की मौत
घायलों को पूरनपुर सीएचसी लाया गया, जहां आधे घंटे तक इलाज नहीं मिला। ऑक्सीजन की कमी, बेड्स की बदहाली और वार्ड बॉय की अनुपस्थिति से स्वजन आक्रोशित हो उठे। एक निजी कर्मचारी ही घायलों को संभालता दिखा। इलाज में लापरवाही के चलते दो मासूमों की जान चली गई। परिजनों का आरोप है कि अगर समय पर इलाज मिला होता तो बच्चों को बचाया जा सकता था। एंबुलेंस भी समय से नहीं पहुंची, जिससे घायलों को राहत नहीं मिल सकी।
एआरटीओ ने किया जांच, लापरवाह सिस्टम पर उठे सवाल
घटना की जानकारी मिलते ही सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (एआरटीओ) वीरेंद्र सिंह घटनास्थल पर पहुंचे और जांच कर साक्ष्य जुटाए। उन्होंने अन्य वाहनों की भी चेकिंग की और उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट भेजने की बात कही।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी का निरीक्षण, लापरवाह स्टाफ पर कार्रवाई
हादसे के बाद उपचार में लापरवाही की शिकायत पर शुक्रवार को सीएमओ डॉ. आलोक शर्मा ने सीएचसी का निरीक्षण किया। उन्होंने इमरजेंसी वार्ड में तत्काल ऑक्सीजन सिलेंडर लगवाने के निर्देश दिए। लापरवाही बरतने पर एक वार्ड बॉय का वेतन काटने का आदेश दिया गया और प्रभारी चिकित्सा अधिकारी को कड़ी चेतावनी दी गई।
एफआईआर अभी नहीं, पुलिस ने शवों का कराया अंतिम संस्कार
कोतवाली पूरनपुर के इंस्पेक्टर नरेश कुमार त्यागी ने बताया कि दुर्घटना में एक ग्रामीण की मौके पर और दो बच्चों की अस्पताल में मौत हुई है। ट्रैक्टर-ट्रॉली को कब्जे में ले लिया गया है। स्वजनों की ओर से तहरीर न मिलने के कारण अभी प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है।