पूर्णाहुति व भंडारे के साथ सम्पन्न हुआ श्रीराम जानकी मंदिर का प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव


ऐसे आयोजन हमारे संस्कारों की जड़ें मजबूत करते हैं “-राज्य मंत्री सतीश चंद्र शर्मा

टिकैतनगर (बाराबंकी):
जीवल ग्राम स्थित श्रीराम जानकी मंदिर में आयोजित पंचकुंडीय महायज्ञ, श्रीराम कथा और प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव का भव्य समापन सोमवार को वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूर्णाहुति से हुआ। इस अवसर पर श्रद्धा, भक्ति और आध्यात्मिक ऊर्जा से ओतप्रोत माहौल देखने को मिला।

महोत्सव के अंतिम दिन यज्ञ की पूर्णाहुति आचार्य कौशल किशोर जी महाराज (अयोध्या धाम) के वैदिक नेतृत्व में सम्पन्न हुई। श्रद्धालुओं ने मंत्रोच्चार के बीच अग्निहोत्र में आहुति देकर अपने जीवन में सुख, शांति और समृद्धि की कामना की। आचार्य ने यज्ञ की महत्ता बताते हुए कहा कि यह आत्मिक शुद्धि और सामाजिक जागरूकता का अवसर है।

इस पावन अवसर पर उत्तर प्रदेश सरकार के राज्य मंत्री सतीश चंद्र शर्मा ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। उन्होंने नव प्रतिष्ठित श्रीराम-जानकी विग्रहों के दर्शन कर पूजन किया और कहा, “धार्मिक आयोजन समाज की आत्मा को जीवित रखने वाले स्तंभ हैं। यह महोत्सव न केवल एक मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा है, बल्कि संस्कारों की जड़ों को मज़बूत करने की दिशा में बड़ा प्रयास है।”

उन्होंने मंदिर के भविष्य विकास व क्षेत्रीय कल्याण हेतु हरसंभव सहयोग का आश्वासन भी दिया।

पूर्णाहुति के उपरांत आयोजित विशाल भंडारे में हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। दूर-दराज़ से आए श्रद्धालु सुबह से ही कतार में लगे रहे। पूरे मंदिर परिसर में “जय श्रीराम” के जयघोष गूंजते रहे और श्रद्धालु आयोजन की भव्यता से अभिभूत दिखे।

आयोजन को सफल बनाने में शिवकुमार शुक्ला, वीरेंद्र पांडेय, विवेक मिश्रा, अजय शुक्ला, पंकज मिश्रा, नंदकिशोर पांडेय, मनोज मिश्रा, ललित शर्मा, विनोद मिश्रा, मोनू मिश्रा, विजय तिवारी, विपिन मिश्रा, आनंद गुप्ता, अशोक गुप्ता, आशुतोष गुप्ता, ओमप्रकाश जायसवाल, श्रीराम गुप्ता, लवकुश गुप्ता, अरुण कुमार सिंह सहित बड़ी संख्या में स्थानीय श्रद्धालु व कार्यकर्ता सक्रिय रहे।

यह आयोजन न केवल आध्यात्मिक चेतना को जाग्रत करने वाला रहा, बल्कि सामाजिक समरसता, सेवा भावना और सांस्कृतिक समृद्धि का जीवंत उदाहरण भी बना।