बुन्देलखण्ड और आगरा में पारा 45°C के पार, 12 जून तक लू का ऑरेंज अलर्ट जारी


उत्तर प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से चल रही भीषण गर्मी ने अब खतरनाक रूप ले लिया है। मौसम विभाग के अनुसार, सक्रिय मौसमी तंत्रों के कमजोर पड़ने के बाद प्रदेश का मौसम शुष्क हो गया है, जिससे विकिरणीय ऊष्मन तेजी से बढ़ा है। इसका सीधा असर अधिकतम तापमान पर पड़ा है।

रविवार को आगरा और झाँसी में अधिकतम तापमान 45.9°C दर्ज किया गया, जिससे इन क्षेत्रों में लू की स्थिति उत्पन्न हो गई। कानपुर में भी 44.4°C तापमान दर्ज हुआ, जो प्रदेश का तीसरा सबसे गर्म स्थान रहा और पूर्वी उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक गर्मी वाला इलाका बना।

मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि आगामी 24 घंटों में प्रदेश का मौसम शुष्क बना रहेगा। गर्म पछुआ हवाओं और ऊपरी वायुमंडल में प्रतिचक्रवात की स्थिति के कारण पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बुन्देलखण्ड व आस-पास के जिलों में 10 जून तक लू और गर्म रातों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं पूर्वी उत्तर प्रदेश के लिए येलो अलर्ट घोषित किया गया है।

इस दौरान प्रदेश के अन्य हिस्सों में भी तापमान और आर्द्रता सामान्य से अधिक रहेंगे, जिससे उमस भरी गर्मी महसूस की जाएगी।

मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि 11 जून से पूर्वी उत्तर प्रदेश में बारिश की शुरुआत होगी, जो धीरे-धीरे पश्चिम की ओर बढ़ेगी। इसके चलते तापमान में 2-3°C की गिरावट आ सकती है और लू की स्थिति कुछ हद तक कम होगी। हालांकि बुन्देलखण्ड और आगरा के क्षेत्रों में लू की स्थिति में 12 जून तक सुधार की संभावना जताई गई है।
मौसम विभाग ने आमजन को सलाह दी है कि दिन के समय धूप में निकलने से बचें, पर्याप्त पानी पिएं और हीट स्ट्रोक से सावधान रहें।