पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारत-चीन सैन्य गतिरोध के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि दोनों पक्षों की वार्ता अच्छी चल रही है। उन्होंने लंबे समय से जारी विवाद के समाधान की उम्मीद जताई। सिंह ने शनिवार को दिए एक साक्षात्कार में यह भी कहा कि भारत चीन से लगी सीमा पर तेज गति से बुनियादी ढांचे का विकास कर रहा है। उन्होंने कहा कि देश की सीमाएं सुरक्षित रहेंगी। उन्होंने वार्ता प्रक्रिया की संवेदनशील प्रकृति को देखते हुए अधिक जानकारी देने से इनकार कर दिया और कहा, “बातचीत अच्छी चल रही है।”
यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें सकारात्मक परिणाम और दोनों सेनाओं के बीच लगभग चार साल से जारी तनातनी के खत्म होने की उम्मीद है, इस पर सिंह ने कहा, “अगर कोई उम्मीद नहीं है, तो बातचीत क्यों हो रही है।” उन्होंने कहा, “उन्हें (चीनी पक्ष को) भी उम्मीद है और इसी लिए वार्ताएं हो रही हैं।” भारत और चीन की सेनाओं के बीच मई 2020 से गतिरोध जारी है और सीमा विवाद का पूर्ण समाधान अभी तक नहीं हो पाया है।
हालांकि दोनों पक्ष कई विवादित बिंदुओं से पीछे हट गए हैं। रक्षा मंत्री ने पूर्वी लद्दाख गतिरोध को लेकर सरकार पर लगातार निशाना साधने के लिए कांग्रेस की आलोचना करते हुए कहा, “वे (कांग्रेस) भारतीय सैनिकों की बहादुरी पर सवाल उठा रहे हैं…आप किसका मनोबल गिरा रहे हैं? आपका इरादा क्या है? मैं भी 1962 की बात कर सकता हूं।” जून 2020 में गलवान घाटी में हुई भीषण झड़प के बाद दोनों देशों के बीच संबंधों में काफी गिरावट आई। यह दशकों बाद दोनों पक्षों के बीच सबसे गंभीर सैन्य संघर्ष था।