अयोध्या में 22 जनवरी को हुए राम मंदिर के उद्घाटन के दौरान, इसके गर्भगृह में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की गई थी। कई सालों के इंतज़ार के बाद राम मंदिर का निर्माण एक सपने के पूरे होने जैसा है। अयोध्या के साथ अब उत्तर प्रदेश को भी आस्था के रुप में देखा जाता है। राम मंदिर का निर्माण देश की एकता, विकास और भक्ति की मिसाल है, इसके कारण उत्तर प्रदेश अब आध्यात्मिक पर्यटन का केंद्र भी बनता जा रहा है।
पिछले साल में किए गए एक सर्वे के दौरान यूपी को देश के प्रमुख तीर्थ स्थलों के रुप में देखा जाने लगा है। इस दौरान वाराणसी, प्रयागराज, नैमिषारण्य, मथुरा और वृंदावन जैसे धार्मिक स्थलों के दर्शन कर वहां की धार्मिक- ऐतिहासिक विरासत को संजोने की कोशिश भी की गई है।
अयोध्या में भव्य राम मंदिर का उद्घाटन देश के लिए एकता का संदेश और आस्था की शक्ति को अपने साथ लाया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में इस क्षण का सार बताते हुए कहा था, “रामलला के लिए इस मंदिर का निर्माण भारतीय समाज की शांति, धैर्य, आपसी सद्भाव और समन्वय का प्रतीक है। राम मंदिर का निर्माण समाज के हर वर्ग के लिए उज्ज्वल भविष्य के पथ पर आगे बढ़ने की प्रेरणा का भी प्रतीक है।”