लखनऊ। सपा प्रमुख व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने दिल्ली में 26 जनवरी को जो हालात बने उसके लिए भाजपा सरकार को दोषी ठहराया है। उन्होंने कहा भाजपा ने किसानों को जिस प्रकार निरन्तर प्रताड़ित, अपमानित और उपेक्षित किया उससे उनके रोष को आक्रोश में बदलने में निर्णायक भूमिका निभाई है। भाजपा सरकार को 26 जनवरी की घटनाओं के लिए नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए कृषि कानून तुरन्त रद्द करने का एलान करना चाहिए।
अखिलेश से शुक्रवार को पार्टी मुख्यालयऊ में बड़ी संख्या में विभिन्न जनपदों से आए पार्टी नेताओं, प्रमुख व्यक्तियों ने भेंट की। इस दौरान संगठन की गतिविधियों, समस्याओं तथा सरकार द्वारा उत्पीड़न की कार्यवाहियों से राष्ट्रीय अध्यक्ष को अवगत कराया गया।
अखिलेश यादव ने कहा आपसी तालमेल से अनुशासित रह कर हमें संगठन को मजबूत करना है। इन चुनावों से लोकतंत्र को बचाने का काम भी होगा। भाजपा ने उत्तर प्रदेश की काफी बदनामी की है। हमें उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने का सपना पूरा करना है।
सपा प्रमुख ने कहा कि भाजपा जनता को निरर्थक मुद्दों में उलझा कर समाज को डराए रखना चाहती हैं। शोषणकारी, दमनकारी भाजपा सरकार अब अपने जाने के अच्छे दिन गिन रही है। उन्होंने किसान नेता राकेश टिकैत से वार्ता कर उनके स्वास्थ्य का हाल जाना। उन्होंने कहा किसान नेताओं के साथ देश की भावना और सहानुभूति है।