किसान – पुलिस आमने सामने, देखें ये फोटो

कृषि सुधारों के खिलाफ किसानों का विरोध उग्र होता जा रहा है. साथ ही सरकार का रवैया भी सख्त हो रहा है. शुक्रवार को किसानों और दिल्ली पुलिस के बीच हिंसक झड़प हुई. पुलिस ने किसानों को रोकने के लिए सिंधु बॉर्डर पर आंसू गैस के गोले दागे. हालांकि किसान एक कदम भी पीछे हटने के लिए तैयार नहीं है. किसान दिल्ली आने की जिद किए बैठे हैं.

किसानों के इस विरोध प्रदर्शन की वजह से दिल्ली में कई स्थानों पर मेट्रो स्टेशन बंद कर दिए गए हैं. अब यह सूचना भी आ रही है कि दिल्ली राजधानी क्षेत्र में अस्थाई जेल बनाए जाएंगे. दिल्ली मेट्रो की ग्रीन लाइन पर ब्रिगेडियर होशियार सिंह, बहादुरगढ़ सिटी, श्रीराम शर्मा, टिकरी बॉर्डर, टिकरी कलां, घेवरा स्टेशन के एंट्री और एग्जिट गेट को बंद कर दिया गया है.

कोरोना संकट में राजधानी में बड़ी संख्या में एक जगह जमा होना मना है. ऐसे में अगर किसान दिल्ली में आते हैं तो उन्हें हिरासत में लेकर अस्थई जेलों में बंद कर दिया जाएगा. दिल्ली मेट्रो नोएडा और गुरुग्राम तो जा रही हैं, लेकिन उधर से सवारी लेकर वापस नहीं आ रही हैं.

अब उत्तर प्रदेश के किसान भी पंजाब-हरियाणा के किसानों के साथ मैदान में उतरने वाले हैं. माना जा रहा है कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में हजारों की संख्या में किसान आने वाले हैं. ये दिल्ली-देहरादून राजमार्ग को जाम करेंगे. इस बीच, केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा है कि तीन दिसंबर को वो किसानों से बात करेंगे. किसानों की मांग है कि पीएम उनसे बात करें.

उधर, कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों का कहना है कि किसानों पर पुलिस द्वारा लिया जा रहा एक्शन गलत है. केंद्र सरकार को तुरंत किसानों से बात करनी चाहिए और कृषि संबंधी कानून वापस लेना चाहिए. आम आदमी पार्टी के राघव चड्ढा का कहना है कि राज्य सरकार को दिल्ली पुलिस की अस्थाई जेल बनाने की अपील को ठुकरा देना चाहिए. किसान अपने हक की बात कर रहे हैं वो कोई आतंकी नहीं हैं.

कल यानी 26 नवंबर को अंबाला में किसानों और पुलिस की भिड़ंत हुई थी. तब पुलिस ने पानी की बौछारें छोड़ी थीं. लेकिन किसान हटने को तैयार नहीं थे. किसानों ने रास्तों को रोकने वाले बैरिकेडिंग्स को ट्रैक्टर से उठाकर हटा दिया था. वॉटर कैनन की मार से भी किसान नहीं रुक रहे थे.

आपको बता दें कि पंजाब से चले किसान हरियाणा के रास्ते दिल्ली आ रहे हैं. देर रात तक किसान पानीपत तक पहुंचे थे, अब दिल्ली बॉर्डर के कुछ ही करीब हैं. शुक्रवार सुबह पुलिस और किसानों के बीच सिंधु बॉर्डर पर बहस हुई, पुलिस ने किसानों को वापस जाने को कहा.

किसानों के प्रदर्शन के कारण बॉर्डर पर जाम की स्थिति है और हर वाहन की तलाशी ली जा रही है. पुलिस को डर है कि किसान वाहनों में छोटे-छोटे ग्रुप बनाकर आ सकते हैं. यही कारण है कि पुलिस सख्ती बरत रही है. इसके अलावा कुछ मेट्रो स्टेशन के एंट्री और एग्जिट को बंद कर दिया गया है.

गुरुवार की तरह ही आज भी दिल्ली-गुरुग्राम, दिल्ली-नोएडा, कालिंदी कुंज, DND समेत अन्य रूट पर भारी जाम मिलने के आसार हैं. दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर सुरक्षा कड़ी है. वाहनों की चेकिंग हो रही है. आज यूपी में भी किसान सड़कों पर उतरेंगे. किसानों ने दिल्ली-देहरादून हाइवे बंद करने की चेतावनी दी है. ऐसे में दिल्ली के पास नोएडा, गाजियाबाद, मेरठ रूट पर जाम की दिक्कत हो सकती है.