नई दिल्ली। बिहार के मुख्यमंत्री नितिश कुमार के साथ तो अब कुछ ऐसा हो गया है कि नीति आयोग की कोई भी रिपोर्ट आती है तो बिहार की रैकिंग नीचे के कुछ राज्यों में ही होती है। स्वास्थ्य सेवाओं की ताजा रैकिंग के मुताबिक बिहार प्रति एक लाख व्यक्ति पर 22 बेड का जो मानक है ,उस पर मात्र 6 बेड उपलब्ध कराने के आधार पर सबसे फिसड्डी साबित हुआ है।
आयोग की ‘जिला अस्पतालों के कामकाज में बेहतर गतिविधियों’ पर रिपोर्ट में कहा गया है कि बिस्तरों की उपलब्धता, चिकित्सा और इलाज में डॉक्टर की मदद करने वाले चिकित्साकर्मियों (पैरामेडिकल) की संख्या, जांच सुविधाएं जैसे संकेतकों के आधार पर 24 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 75 जिला अस्पतालों का प्रदर्शन काफी बेहतर है।
प्रदर्शन आकलन में कुल 707 जिला अस्पताल शामिल हुएं। इसके लिये वर्ष 2017-18 के स्वास्थ्य प्रबंधन सूचना प्रणाली (एचएमआईएस) के आंकड़ों को आधार बनाया गया। रिपोर्ट के अनुसार, ‘‘देश में पुडुचेरी में बिस्तरों की औसतन संख्या सर्वाधिक है। केंद्रशासित प्रदेश के जिला अस्पताल में प्रति एक लाख आबादी पर 222 बिस्तर हैं। जबकि बिहार में प्रति एक लाख आबादी पर सबसे कम छह बिस्तरे उपलब्ध हैं।’’