
लखनऊ, 21 जून 2025:
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर डॉ शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय के एमेनिटीज ब्लॉक स्थित वुडन कोर्ट और ट्रैक फील्ड में आज सुबह 6:30 बजे 950 से अधिक प्रतिभागियों ने एक साथ योगाभ्यास किया। इस विराट आयोजन में विश्वविद्यालय के शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारी और छात्र-छात्राएं सम्मिलित हुए।

हनुमानगढ़ी सिद्ध पीठ, अयोध्या के महंत श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर योगाचार्य डॉ महेश योगी के सान्निध्य में संपन्न हुए इस योग सत्र में उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस भारत के ऋषियों की थाती है। आज पूरी वसुंधरा भारतीय ऋषियों की तपस्या से अभिभूत हो रही है। भारत ‘सर्च’ की भूमि है, दुनिया ‘रिसर्च’ की भूमि। उन्होंने आह्वान किया कि प्रत्येक विश्वविद्यालय योग और तप साधना के बल पर ज्ञानशक्ति को पुनर्स्थापित करे ताकि भारत फिर से विश्वगुरु बन सके।

विश्वविद्यालय के कुलपति एवं कार्यक्रम अध्यक्ष आचार्य संजय सिंह ने योग को जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में आवश्यक बताते हुए कहा, “पतंजलि के अष्टांग योग को अपनाकर हम अपने भीतर की ऊर्जा से जीवन को सार्थक बना सकते हैं।” उन्होंने यह भी घोषणा की कि विश्वविद्यालय में नियमित योग सत्र का आयोजन प्रारंभ किया जाएगा।
इस भव्य आयोजन से पूर्व 2 जून से 20 जून तक योग जागरूकता कार्यक्रम, प्रभात फेरी, संगोष्ठियाँ, सूर्य नमस्कार, योग प्रदर्शनी, योग साहित्य वाचन आदि गतिविधियाँ आयोजित की गईं।
इस अवसर पर कुलसचिव रोहित सिंह, वित्त अधिकारी श्रीनिवास त्रिपाठी, परीक्षा नियंत्रक डॉ अमित कुमार राय, प्रो वी.के. सिंह, प्रो अश्वनी दुबे, प्रो अवनीश चंद्र मिश्रा, प्रो आर.के. श्रीवास्तव, प्रो वीरेंद्र सिंह यादव सहित विश्वविद्यालय के अनेक अधिकारी एवं शिक्षक उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ कौशिकी सिंह ने किया एवं धन्यवाद ज्ञापन कुलसचिव रोहित सिंह द्वारा किया गया।
कार्यक्रम के समापन पर कुलपति आचार्य संजय सिंह एवं विशिष्ट अतिथियों द्वारा स्वामी विवेकानंद केंद्रीय पुस्तकालय परिसर में कचनार के पौधे का रोपण भी किया गया, जिससे योग के साथ पर्यावरण चेतना का भी संदेश गया।