
लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने शनिवार को एक बड़ा प्रशासनिक फेरबदल करते हुए राज्य के 18 पीसीएस अधिकारियों के तबादले किए हैं। कार्मिक विभाग द्वारा जारी इस सूची में नगर आयुक्त, अपर जिलाधिकारी, उप निदेशक मंडी परिषद, सचिव विकास प्राधिकरण जैसे कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्यरत अधिकारियों को स्थानांतरित किया गया है। इन तबादलों को प्रशासनिक सुगमता और बेहतर कार्य निष्पादन के दृष्टिकोण से देखा जा रहा है।
इस सूची में सबसे पहले गंभीर सिंह का नाम है, जिन्हें गाजियाबाद से हटाकर आजमगढ़ का अपर जिलाधिकारी (वित्त/राजस्व) बनाया गया है। वहीं हनुमान प्रसाद, जो अब तक लखनऊ में अपर जिलाधिकारी (नगर) थे, अब रामपुर में इसी पद पर जाएंगे।
अवधेश कुमार बिंद, जो प्रयागराज नगर निगम में अपर नगर आयुक्त के पद पर तैनात थे, उन्हें बरेली का नगर मजिस्ट्रेट बनाया गया है। राजेश कुमार राय को वाराणसी से लखनऊ मंडी परिषद का उप निदेशक बनाया गया है। इसी क्रम में शुचि काकन, जो लखनऊ में उप जिलाधिकारी (प्रशासन) थीं, अब उन्हें मंडी परिषद, उन्नाव में उप निदेशक नियुक्त किया गया है।
राजीव कुमार शुक्ला को बरेली नगर मजिस्ट्रेट से स्थानांतरित कर वाराणसी नगर निगम का अपर नगर आयुक्त बनाया गया है। सुभाष सिंह को बागपत से प्रयागराज नगर निगम में भेजा गया है। राजेश कुमार गुप्ता, जो बलिया में कार्यरत थे, अब लखनऊ में अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) होंगे।
हेम सिंह को रामपुर से स्थानांतरित कर अयोध्या विकास प्राधिकरण में सचिव की जिम्मेदारी दी गई है, जबकि सुष्री वंदना श्रीवास्तव-II को चित्रकूट से बरेली विकास प्राधिकरण में सचिव नियुक्त किया गया है। सत्येन्द्र सिंह अयोध्या से स्थानांतरित होकर शामली में अपर जिलाधिकारी (वित्त/राजस्व) बनाए गए हैं।
विजय कुमार सिंह-II को प्रयागराज से गाजियाबाद और योगेन्द्र कुमार को बरेली से मंडी परिषद, लखनऊ भेजा गया है। पंकज कुमार श्रीवास्तव अब बागपत के अपर जिलाधिकारी (न्यायिक) होंगे।
राजित राम गुप्ता, नमता राय, संपत कुमार यादव और शारदा यादव को भी क्रमश: बलिया, उन्नाव, शामली और ललितपुर से हटाकर अन्य जिलों में नई जिम्मेदारी दी गई है।
सरकार के इस कदम को चुनावी वर्ष की तैयारियों के मद्देनज़र प्रशासनिक ढांचे को चुस्त-दुरुस्त करने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है। इससे जिलों में नीति-निर्माण और कार्यक्रमों के कार्यान्वयन में तेजी आने की संभावना है।