इन तीन नेताओं की मौत के बाद फरार हैं उनकी पत्नियां, हत्या की साजिश के हैं संगीन आरोप

उत्तर प्रदेश के बाहुबली नेता मुख़्तार अंसारी की मौत के बाद उनकी पत्नी अफशां अंसारी 30 मार्च को हुए अपने पति के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हुई। बताया जा रहा है कि अफशां अंसारी उत्तर प्रदेश गैंगस्टर्स और असामाजिक गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के तहत दर्ज मामले में वॉन्टेड हैं। एक मीडियश रिपोर्ट के मुताबिक अफशां पर राज्यभर 9 आपराधिक मामले दर्ज हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि वह अपने बाहुबलि पति के संस्कार में शामिल नहीं होने वाली पहली महिला नहीं हैं। इससे पहले यू.पी. के दो बाहुबली नेताओं अतीक अहमद और उनके भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ की हत्या के बाद उनकी पत्नियां भी उनके अंतिम संस्कार में शामिल नहीं थीं। इन तीनों की पत्नियों की आपराधिक मामलों में पुलिस को तलाश है।

बीते अप्रैल में अतीक और अशरफ की सरेआम गोली मार कर हत्या कर दी थी, जिसके बाद इनकी पत्नियां पति की अंतिम यात्रा से दूर रहीं। रिपोर्ट में कहा गया है कि अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन पर 50 हजार रुपए का इनाम है, वहीं अशरफ की पत्नी जैनब फातिमा पर कोई ईनाम नहीं है, हालांकि दोनों को अब तक पुलिस खोज नहीं सकी है। इन तीनों ही महिलाओं पर उन मामलों की साजिश रचने का आरोप है जिनमें उनके पति शामिल थे। शाइस्ता और अफशां पर पुलिस ने तब इनाम घोषित किया जब उन्हें खोजने में वो असफल होती रही।

अफशां अंसारी के खिलाफ उत्तर प्रदेश गैंगस्टर्स और असामाजिक गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के तहत 2021 में मऊ के दक्षा टोला पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया था। पिछले साल अप्रैल में राज्य पुलिस ने केंद्रीय एजेंसियों सी.बी.आई. और इमिग्रेशन डिपार्टमेंट को पत्र लिखकर अफशां के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी करने की मांग की थी, पुलिस को शक था कि वो देश से बाहर जा सकती हैं। रिपोर्ट कहती है कि 2022 में प्रवर्तन निदेशालय (ई.डी.) ने अफशां, मुख्तार के बहनोई आतिफ रजा, अनवर शहजाद और अन्य की एक फर्म, विकास कंस्ट्रक्शन के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया था।