किसानों पर सबसे बड़ा जुल्म हो रहा: प्रियंका गांधी
लखनऊ। किसान आंदोलन को पीछे से पूरा समर्थन दे रही कांग्रेस नेता प्रियंका गाँधी ने एक बार फिर सरकार को मौका दे दिया है। उन्होंने 26 जनवरी के दिन आंदोलन में ट्रेक्टर से दबकर मरे किसान नवरीत के घर पहुंच कर श्रद्धांजलि दी तो वही अरदास में सरकार को जुल्मी बता कर अपनी पार्टी का नजरिया भी साफ़ कर दिया।
गुरुवार को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव प्रियंका गांधी ने किसान आंदोलन में शहीद हुए नवरीत सिंह के अंतिम अरदास में बिलासपुर के दिदिबा गांव पहुंचकर श्रद्धांजलि दी। महासचिव ने शहीद नवरीत सिंह के परिजनों से मुलाकात करके अपनी शोक संवेदना व्यक्त की।
गौरतलब है कि परिवार का कहना है कि नवरीत सिंह 26 जनवरी को किसान आंदोलन में शहीद हुए थे। नवरीत आस्ट्रेलिया में रहकर पढ़ाई कर रहे थे। 25 वर्षीय नवरीत सिंह की हाल में ही शादी हुई थी।
उन्होंने कहा कि सब लोग इकट्ठा होंगे तो सरकार सुनेगी और जो दिल की बात है किसान की, उसके लिए सरकार भी दरवाजे खोलेगी और उसकी सुनवाई करेगी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ और मैं ऐसा कह सकती हूं कि आज सबसे बड़ा जुल्म हो रहा है। उन्होंने कहा कि नवरीत 25 साल के थे। मेरा बेटा 20 साल का है।
आपके भी नौजवान बेटे हैं जो उत्साह में अपना उत्साह दिखाने के लिए किसानों के साथ खड़े होने के लिए वहां चले गये और उनके साथ ऐसा हादसा हुआ कि वह वापस लौटकर नहीं आये। क्यों गये थे वहां? कोई राजनैतिक साजिश नहीं थी कि वह वहां गये। वह इसलिए गये क्योंकि उनके दिल में दुख था, उनके दिल में किसानों की पीड़ा थी।
प्रियंका गांधी ने शहीद नवरीत सिंह के अंतिम अरदास में कहा कि मुझे अनुभव से मालूम है कि एक शहीद का परिवार उसकी शहादत को कभी भूल नहीं सकता। वह उस शहादत को अपने दिल में रखता है हमेशा के लिए और उस शहादत से उसके दिल में सिर्फ एक तमन्ना जागती है कि अपने प्यारे की शहादत व्यर्थ न हो।
तो मैं जानती हूं कि आप सबके दिल में यही तमन्ना है। उन्होने कहा कि ये तीन काले कृषि कानून हैं जिनको सरकार वापस लेना नहीं चाहती जबकि उसको वापस लेना चाहिए, यह बहुत बड़ा जुल्म हो रहा है किसानों के साथ, बहुत बड़ा जुल्म कर रहे हैं।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आज मेरे साथ यहां आये हुए हजारों कांग्रेस के पश्चिमी यूपी के कार्यकर्ता आपके साथ हैं। इस आन्दोलन को तब तक जारी रखेंगे जब तक तीन काले कानून सरकार वापस नहीं लेती।