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तूफान ‘यास’ की आमद की दस्तक : कई राज्यों के तटीय क्षेत्रों में भारी बारिश और तूफानी लहरों की संभावना- Amar Bharti Media Group राष्ट्रीय, विशेष

तूफान ‘यास’ की आमद की दस्तक : कई राज्यों के तटीय क्षेत्रों में भारी बारिश और तूफानी लहरों की संभावना

नई दिल्ली। साल का दूसरा चक्रवाती तूफान ‘यास’ पश्चिम बंगाल की ओर आगे बढ़ रहा है। 26 मई की शाम तक इस चक्रवाती तूफान के राज्य के तटवर्ती क्षेत्रों से टकराने की संभावना जताई जा रही है। गौरतलब हो, भारतीय मौसम विभाग ने ‘यास’ को बहुत गंभीर चक्रवात की श्रेणी में रखा है। इसका असर आंध्र प्रदेश, ओडिशा, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और अंडमान निकोबार द्वीप समूह जैसे राज्यों में देखे जाने की संभावना जताई गई है।

जानिए, चक्रवात की वर्तमान स्थिति

मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव का क्षेत्र बन रहा है, जो अति तीव्र चक्रवाती तूफान में बदल सकता है। विभाग द्वारा यह भी बताया गया कि 22 मई शनिवार की सुबह करीब साढ़े 8 बजे यह निम्न दबाव का क्षेत्र तैयार हुआ। अब यह क्रमशः उत्तर और उत्तर पश्चिम की तरफ आगे बढ़ रहा है।

बता दें, रविवार को यह चक्रवाती तूफान पश्चिम बंगाल के समुद्री तट के और करीब आ चुका है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार 24 मई को यानि आज यह चक्रवात में परिणत होगा और अगले 24 घंटों के अंदर ही अति तीव्र चक्रवात में बदल जाएगा। इसके बाद यह फिर से उत्तर-उत्तर पश्चिम दिशा में आगे बढ़ेगा। 26 मई की सुबह यह चक्रवाती तूफान पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटवर्ती क्षेत्रों की तरफ बढ़ने लगेगा।

हिमालय से सटे इलाकों में भी बारिश की संभावना

इस तूफान के प्रभाव से राज्य भर में बारिश होने की संभावना है। पश्चिम बंगाल का केवल दक्षिण क्षेत्र ही नहीं बल्कि उत्तरी क्षेत्र भी इसके प्रभाव से अछूता नहीं रहेगा। गंगा के किनारे बसे इलाकों में 25 मई से ही बारिश हो सकती है। इसके बाद अगले 24 घंटों तक व्यापक बारिश होगी। मौसम विभाग का कहना है कि हिमालय से सटे इलाकों में भी बारिश होने की संभावना है। इस बीच चक्रवाती तूफान से बचाव कार्य के लिए राज्य प्रशासन के साथ-साथ एनडीआरएफ की टीम भी तैयारी कर रही है। दोनों टीमें मिलकर 24 परगनाओं में चक्रवात से मुकाबले के लिए पूरी तैयारी कर रही हैं। ऐसी ही तस्वीरें मिदनापुर से भी सामने आ रही हैं।

पश्चिम बंगाल में कब और कहां पड़ेगा का प्रभाव

बांकुड़ा में तीव्र 26 मई रात 8 बजे, बीरभूम तीव्र 27 मई सुबह 5 बजे, दक्षिण दिनाजपुर मध्यम 27 मई रात 8 बजे, दार्जिलिंग तीव्र 28 मई सुबह 11 बजे, हुगली तीव्र 26 मई रात 8 बजे, हावड़ा तीव्र 26 मई रात 8 बजे, झारग्राम तीव्र 26 मई रात 8 बजे, कोलकाता तीव्र 26 मई रात 8 बजे, मालदह तीव्र 27 मई सुबह 8 बजे, मुर्शीदाबाद तीव्र 26 मई रात 11 बजे, नदिया तीव्र 26 मई रात 11 बजे, उत्तर 24 परगना तीव्र 26 मई रात 8 बजे, पश्‍चिम मेदिनीपुर तीव्र 26 मई रात 8 बजे, पश्‍चिम बर्दवान तीव्र 26 मई रात 11 बजे, पूर्व बर्दवान तीव्र 26 मई रात 8 बजे, पूर्व मेदिनीपुर तीव्र 26 मई रात 11 बजे, पुरुलिया तीव्र 26 मई रात 11 बजे, दक्षिण 24 परगना तीव्र 26 मई शाम 5 बजे और उत्तर दिनाजपुर में तीव्र 27 मई रात 8 बजे असर दिखेगा।

मछुआरों को समुद्र में न जाने की चेतावनी

वहीं, विशाखापट्टनम मौसम विभाग के अनुसार पूर्वी मध्य बंगाल की खाड़ी में बना दबाव का क्षेत्र कल देर शाम तक चक्रवात में बदल जाएगा और अनुमान है कि इस महीने की 26 तारीख की सुबह इसके ओडिशा-बंगाल तट पार करने की संभावना है। विशाखापट्टनम के जिलाधीश विनय चांद ने कहा कि प्रशासन ने उनके कार्यालय में कंट्रोल रूम स्थापित किया है। स्थानीय मौसम विभाग ने कहा कि चक्रवात का प्रभाव तेलुगू राज्यों तक सीमित रहेगा। 25 और 26 मई को उत्तर आंध्र में छिटपुट बारिश होने की संभावना है। तूफान को देखते हुए समुद्र अशांत होगा। मछुआरों को समुद्र में न जाने की चेतावनी दी गई है। यह भी स्पष्ट है कि दक्षिण-पश्चिम मानसून सक्रिय रूप से आगे बढ़ रहा है और वर्तमान में पूर्वी मध्य बंगाल की खाड़ी में फैल रहा है।

भारतीय नौसेना भी तैयार

भारतीय नौसेना ने भी तूफान की आशंका को देखते हुए कमर कस ली है। नौसेना की विशाखापट्टनम स्थित पूर्वी कमान मुख्यालय ने ‘यास’ चक्रवात को देखते हुए, कम से कम चार युद्धपोतों को एचएडीआर यानि (ह्यूमन असिस्टेंट एंड डिजास्टर रिलीफ) के लिए तैयार भी रखा है। इन जहाजों में मेडिकल टीम के साथ-साथ दवाइयां और राहत व बचाव की सामग्री है। इसके अलावा बंगाल और ओडिशा में नौसेना ने 8 ड्राइविंग टीम अभी से तैनात कर दी हैं। विशाखापट्नम स्थित आईएनएस डेका और चेन्नई स्थित आईएनएस राजाली एयरबेस पर हेलीकॉप्टर और टोही विमानों को अलर्ट पर रखा गया है।

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