भयानक घटना: अपने बेटे के लिए संपत्ति प्राप्त करने के लिए परिवार के पांच लोगों को मार डाला, कोई पछतावा नहीं

ghaziabad murder case

नई दिल्ली। आपने सीरियल किलर को क्राइम और एडवेंचर फिल्मों में तो देखा ही होगा। हम आपको एक ऐसे असली कातिल के बारे में बताएंगे जिसके कारनामे आपको खटकेंगे। 20 साल में इस सीरियल किलर ने अपने ही परिवार के 5 लोगों (आप अपने परिवार के पांच सदस्यों को मारते हैं) को बेहद क्रूर तरीके से मार डाला है। इन हत्याओं के बारे में किसी को पता नहीं था। उसने 3 लोगों को अपने नंगे हाथों से मार डाला जबकि 2 लोगों को सुपारी देकर मार डाला।

ये थी हत्या की वजह

48 वर्षीय प्रतिवादी लीलू ने अपराध कबूल कर लिया और पुलिस को बताया कि उसने अपने इकलौते बेटे की भलाई के लिए यह सब किया। ताकि उसका बेटा सारा सामान रख सके। इसलिए उसने एक सुधीर भाई को अपने रास्ते से खींच लिया, जिसमें उसके दो भाइयों के 4 बच्चे भी शामिल थे। उनका अगला निशाना एक और भाई ब्रजेश था। यदि वह इस उद्देश्य में सफल हो जाता, तो केवल उसका और उसके पुत्र का ही सारी संपत्ति पर अधिकार होता।

अपने ही भाई की पत्नी से की थी शादी

लीलू ने पुलिस को बताया कि 20 साल पहले उसने सारी संपत्ति जब्त करने की योजना बनाई थी। ऐसा करने के लिए 2001 में उसने अपने बड़े भाई सुधीर को सुपारी देकर मार डाला और उसके शव को काली नदी में फेंक दिया, जिसके बाद उसने अपने दिवंगत भाई की पत्नी से शादी कर ली। जब उन दोनों को एक बेटा हुआ, तो प्रतिवादी ने सोचा कि वह सारी संपत्ति अपने बेटे को दे देगा।

वह ऐसे करता था अपराध

आरोपी ने अपने बड़े भाई को पहली बार 2001 में 1 लाख रुपए की सुपारी देकर और शव को नदी में फेंक कर हत्या कर दी थी। उसने परिजनों को बताया कि उसका भाई गुस्से में कहीं चला गया था। 2006 में उसने उसकी भतीजी पारुल को उसके भोजन में जहर देकर मार डाला और सभी को बताया कि उसे एक जहरीले कीड़े ने काट लिया है। इसके बाद 2009 में अपने भतीजे की हत्या से जुड़ी तीसरी घटना और 2013 में बुलंदशहर के गंगनगर की चौथी घटना हुई। इस मामले में उसने तर्क दिया कि वह कहीं न कहीं परेशान था। हालांकि परिजनों ने नाबालिग की गुमशुदगी की रिपोर्ट पेश की, जिसके बाद पुलिस ने मामले का खुलासा किया।

पूछताछ के दौरान लीलू ने पुलिस को बताया कि उसे अपने किए पर कोई पछतावा नहीं है। बल्कि, वह हर हत्या के बाद खुश थी।