कमर्शियल व्हीकल को 15 और प्राइवेट व्हीकल को 20 साल बाद किया जाएगा कबाड़
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री मोदी शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए गुजरात में हो रही इन्वेस्टमेंट समिट में वर्चुअली शामिल हुए। जहां उन्होंने सरकार की ओर से जारी की गई नई स्क्रैपेज पॉलिसी लागू करने की घोषणा की। सरकार का दावा है कि यह पॉलिसी कार मालिकों के लिए लाभदायक होगी। दरअसल इस नई स्करैपेज पॉलिसी के तहत पॉलिसी के तहत गाड़ी को उसकी उम्र देखकर ही स्क्रैप नहीं किया जाएगा, बल्कि फिटनेस टेस्ट में अनफिट होने पर भी स्क्रैप किया जाएगा। यानी गाड़ी 10 साल से पुरानी है तब भी उसे स्क्रैप किया जा सकता है।
लॉन्च हुई स्क्रैपेज पॉलिसी
इसे पॉलिसी के चलते 15 और 20 साल पुरानी गाड़ियों को स्क्रैप (कबाड़) किया जाएगा। कमर्शियल गाड़ियों को 15 साल बाद और प्राइवेट व्हीकल को 20 साल बाद कबाड़ घोषित किया जाएगा। इतने समय के बाद कार का रजिस्ट्रेशन भी रद्द हो जाएगा। स्क्रैप की हुई गाड़ियों के मालिकों को सरकार की तरफ से कैश के साथ नई गाड़ी खरीदने पर सब्सिडी दी जाएगी।
स्क्रैपेज पॉलिसी के फायदे
पीएम मोदी ने कहा कि पुरानी गाड़ी को स्क्रैप करने पर मालिकों को सर्टिफिकेट मिलेगा। इस सर्टिफिकेट से नई गाड़ी खरीदने पर रजिस्ट्रेशन पर पैसा नहीं देना होगा। साथ ही, नया पर्सनल व्हीकल खरीदने पर रोड टैक्स में 25% की छूट मिलेगी। वहीं, कमर्शियल व्हीकल खरीदने वालों को रोड टैक्स में 15% की छूट मिलेगी। नई कार से मेटेंनेंस में बचत होगी। इसी के साथ पुरानी गाड़ियों से रोड एक्सीडेंट का खतरा टलेगा। पुरानी गाड़ियों से होने वाले प्रदूषण से स्वास्थ भी बेहतर होगा।
सरकार ने किया निवेश
केंद्र सरकार ने इस नई पॉलिसी पर करीब 10,000 करोड़ रूपए की राशि निवेश की हैं। आपको बता दें कि, मोदी सरकार ने वित्तीय वर्ष 2020-21 के बजट में स्क्रैपेज पॉलिसी का ऐलान किया था।