महारत्न से मिली संजीवनी : आरआईएनएल ने किया 13,850 मीट्रिक टन ऑक्सीजन का उत्पादन

नई दिल्ली। कोरोना महामारी के इस दौर में लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन (एलएमओ) एक ‘संजीवनी’ के रूप में सामने आई है। देशभर में बढ़ रही ऑक्सीजन की मांग के बाद ऑक्सीजन पैदा करने वाले प्लांट्स में एलएमओ के उत्पादन में तेजी आई। एलएमओ के बढ़े उत्पादन में सरकारी कंपनियों का बहुत बड़ा हाथ है। ऐसा ही एक नाम है राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड का, जिसे महारत्न कंपनी का दर्जा हासिल है। यह इस्पात मंत्रालय के तहत एक सार्वजनिक इकाई है।

24 घण्टों में पहुंचा 1320 मीट्रिक टन ऑक्सीजन

राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड इस महामारी के दौर में उम्मीद की किरण बनकर उभरी है। 13 अप्रैल से अब तक राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड का विशाखापट्टनम प्लांट 5,000 मीट्रिक टन ऑक्सीजन सप्लाई कर चुका है। वहीं पूरे महामारी के दौरान 13,850 मीट्रिक टन ऑक्सीजन का उत्पादन किया है। पिछले 24 घंटे में आंध्र प्रदेश की विभिन्न जगहों पर 1,320 मीट्रिक टन ऑक्सीजन पहुंचा चुका है।

ऑक्सीजन एक्सप्रेस से पहुंच रही ‘प्राणवायु’

सभी तक ऑक्सीजन पहुंचाने के लिए भारतीय रेलवे द्वारा ‘ऑक्सीजन एक्सप्रेस’ शुरू की गई। ये एक विशेष ट्रेन है, जिसे रोल-ऑन, रोल ऑफ (आरओ-आरओ) सर्विस के रूप में शुरू किया गया। ट्रेन सही समय पर बिना किसी रुकावट के गंतव्य तक पहुंचे इसके लिए विशेष ‘ग्रीन कॉरिडोर’ बनाये गए हैं।

रेलवे के साथ नौसेना, वायुसेना भी जुटी

अप्रैल महीने में कई शहरों में ऑक्सीजन की कमी की बात सामने आ रही थी। कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने केन्द्र सरकार को पत्र लिखकर जल्द ऑक्सीजन की सप्लाई करने की मांग की थी। इस पर केंद्र सरकार और रेलवे ने 19 अप्रैल से ऑक्सीजन की ढुलाई के लिए विशेष रेलगाड़ी चलाने की घोषणा की थी। ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेन ने ग्रीन कॉरिडोर के जरिए शुरुआत में महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, गुजरात, दिल्ली और उत्तर प्रदेश राज्‍य में ऑक्सीजन की सप्लाई शुरू की। धीरे-धीरे देश के हर कोने तक ऑक्सीजन एक्सप्रेस ऑक्सीजन पहुंचा रही है। इस अभियान में भारतीय रेलवे के साथ भारतीय वायुसेना और नौसेना भी शामिल हुई ।

100 से ज़्यादा ऑक्सीजन एक्सप्रेस कर चुकीं ढुलाई

11 मई को रेलवे ने बयान जारी कर बताया था कि 100 ऑक्सीजन एक्सप्रेस अपना सफर पूरा कर चुकी हैं। गत 19 अप्रैल से 11 मई तक इन ट्रेनों ने 396 टैंकरों के जरिए करीब 6,290 टन ऑक्सीजन पहुंचाई है। पिछले एक सप्ताह से ऑक्सीजन एक्सप्रेस की संख्या में बढ़ोत्तरी ही हुई है।

ज्ञात हो, ऑक्सीजन की ढुलाई एक जटिल प्रक्रिया है। देशभर में तरल चिकित्सा ऑक्सीजन तथा ऑक्सीजन सिलिंडरों की आपूर्ति के लिए ‘ऑक्सीजन एक्सप्रेस’ बहुत महत्वपूर्ण साधन साबित हो रही है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *