अमर भारती : सकारात्मक वैश्विक रुझानों के चलते बुधवार को शेयर बाजार में प्रमुख सेंसेक्स सूचकांक शुरुआती कारोबार में 500 अंकों से अधिक चढ़ गया। कोरोना वायरस के प्रकोप के बीच आर्थिक मंदी की आशंका के चलते उम्मीद जताई जा रही है कि दुनिया भर की सरकारें राहत पैकेज देंगी। इसके चलते दुनिया भर के बाजारों में मजबूती देखने को मिली। हालांकि बीएसई में निवेशकों ने मुनाफा वसूली की, जिसे बाद सेंसेक्स लाल निशान में आ गया। सूचकांक ने अपनी पूरी शुरुआती बढ़त गवां दी और खबर लिखे जाने तक 48.36 अंक या 0.16 प्रतिशत की गिरावट के साथ 30,530.73 पर कारोबार कर रहा था।
इसी तरह एनएसई निफ्टी में 160 अंकों से अधिक की बढ़त के बाद गिरावट देखने को मिली और यह 10.85 अंक या 0.12 प्रतिशत की तेजी के साथ 8,958.20 पर था। पिछले सत्र में सेंसेक्स 810.98 अंक या 2.58 प्रतिशत की गिरावट के साथ 30,579.09 पर बंद हुआ था, जबकि निफ्टी 230.35 अंक या 2.50 प्रतिशत की गिरावट के साथ 8,967.05 पर बंद हुआ था। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक सकल आधार पर विदेशी संस्थागत निवेशकों ने मंगलवार को 4,044.69 करोड़ रुपये की बिकवाली की।
इस दौरान एक्सिस बैंक, पावरग्रिड, कोटक बैंक, इंडसइंड बैंक और नेस्ले इंडिया के शेयरों में गिरावट देखने को मिली, जबकि जबकि सन फार्मा, भारती एयरटेल, टीसीएस, एचसीएल टेक, एचडीएफसी बैंक और आईटीसी के शेयर तेजी के साथ कारोबार कर रहे थे। कारोबारियों के मुताबिक घरेलू निवेशकों ने वैश्विक रुझानों का अनुसरण किया, जहां सरकारों द्वारा राहत पैकेज की उम्मीद से निवेशकों की चिंताएं कुछ कम हुईं।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कोरोना वायरस महामारी के चलते आर्थिक क्षति को रोकने के लिए 850 अरब डॉलर के आपातकालीन राहत पैकेज को मंजूरी देने की खबर के बाद अमेरिकी शेयर बाजारों में तेजी देखने को मिली। यह 2008 की आर्थिक मंदी के बाद सबसे बड़ा आर्थिक राहत पैकेज है। एशिया में शंघाई, हांगकांग, सियोल और जापान में शेयर बाजार में सकारात्मक रुख देखने को मिला।