झारखंड विधान सभा में मंदिर-मस्जिद को लेकर मचा बवाल

विधानसभा में बहुसंख्यक विधायकों के लिए एक मंदिर बनवाने की मांग कर रहे भाजपा विधायक

झारखंड: 19 साल बाद किराए की विधानसभा से मुक्ति, देखें कैसी है नई इमारत -  prime minister narendra modi jharkhand new vidhansabha bhawan inaugration -  AajTak

नई दिल्ली। झारखंड विधानसभा में नमाज पढ़ने के लिए एक खास कमरा आवंटित करने के आदेश पर विवाद बढ़ रहा है। शुक्रवार को विधानसभा सचिवालय ने आदेश जारी कर कहा कि रूम नंबर 348 को नमाज कक्ष के लिए आवंटित किया है। अब भाजपा ने इस आदेश पर सवाल उठाते हुए मांग की है कि बहुसंख्यक विधायकों की भावना का ख्याल रखते हुए विधानसभा में मंदिर का निर्माण भी होना चाहिए। वहीं जेएमएम जो कि इस वक्त झारखंड में सरकार चला रही है उसका कहना है कि ये व्यवस्थ पुरानी है। तो वहीं झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास का कहना है की ये सब वोट बैंक की राजनीति है। तुष्टिकरण के लिए ये सब किया जा रहा है।

भाजपा विधायक का आरोप

वहीं भाजपा विधायक ने कहा कि विधानसभा में इबादत के लिए व्यवस्था विधानसभा की तरफ से की गई है। इबादत करने का सबका अधिकार है लेकिन ऐसा पहली बार हो रहा है कि इबादत करने के लिए विधानसभा के अंदर ऐसी व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कहा कि, “मैं तो कहूंगा सर्वधर्म समभाव होना चाहिए। इसमें कहीं कोई आपत्ति भी नहीं होगी। साथ ही साथ विधानसभा के अंदर मंदिर का निर्माण हो जाना चाहिए ताकि बहुसंख्यक विधायक उस मंदिर में जाकर पूजा अर्चना कर सकें। तब ये पता चलेगा कि वर्तमान सरकार सभी धर्मों के साथ समान व्यवहार करती है। वर्ना इसे सिर्फ और सिर्फ तुष्टीकरण की राजनीति माना जाएगा। हम किसी की इबादत का विरोध नहीं करते, भारतीय जनता पार्टी सभी धर्मों का सम्मान करती है।”

भाजपा का एजंडा : ‘धार्मिक उन्माद फैलाओ और राज करो!’

इस विवाद पर जेएमएम के प्रवक्ता मनोज पांडे ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि, “इस तरह की बातें ये उठाते हैं। इनको पता होना चाहिए ये कोई नई व्यवस्था नहीं है। पुरानी विधान सभा में भी एक अलग कक्ष था जहां नमाज अदा की जाती थी। बिहार विधान सभा में भी ऐसी व्यवस्था लागू है। लेकिन इस तरीके की बातें करके धार्मिक उन्माद फैलाना बीजेपी का मुख्य एजेंडा है।”
मनोज पांडे ने कहा कि भाजपा बढ़ती कीमतों या महंगाई पर कभी बात नहीं करती है। वह कहते हैं कि, “विधान सभा का निर्माण तो बीजेपी की पिछली सरकार में ही हुआ था। उस समय इन लोगों ने उसका प्रावधान नहीं किया जो सवाल आज उठा रहे हैं, ये उस समय विधायक थे। इनको तो लोक सभा में भी यह बात उठानी चाहिए क्योंकि लोकसभा में भी एक कक्ष आवंटित है नमाज पढ़ने के लिए। पीएम मोदी से लोकसभा में मंदिर की मांग करें। ये हिंदू बनने का ढोंग करते हैं। इनका एजेंडा बस धार्मिक उन्माद फैलाओ और राज करो है।”

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