लखनऊ। किसानों की भूमि को सिंचित करने के लिए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार एक रोड मैप बनाकर गंभीरता से काम कर रही है। टेल तक पानी पहुंचाने का संकल्प लिलेने के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार नई परियोजनाओं की आधारशिला रखी और उसका लोकार्पण भी किया, जिसका क्रम आज भी जारी है। रविवार को सीएम योगी ने एक बार फिर 278 परियोजनाओं की सौगात दी।
अपने सरकारी आवास पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने 112 तालाब एवं 166 चेकडैम का लोकार्पण एवं भूगर्भ जल पोर्टल http://upgwdonline.in का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर उन्होंने पोर्टल से लाभान्वित विभिन्न जनपदों के 5 लाभार्थियों से तथा जनपद औरैया, मुरादाबाद, झांसी, प्रतापगढ़, फतेहपुर की जल समितियों के एक-एक सदस्य से संवाद भी किया।
मुख्यमंत्री ने अपने सम्बोधन में दावा किया कि वर्तमान राज्य सरकार द्वारा विगत पौने चार वर्ष में जल संरक्षण के लिए प्रभावी प्रयास किये। रेन वॉटर हार्वेस्टिंग, तालाबों के पुनरुद्धार, बड़ी संख्या में चेकडैमों की स्थापना से भूगर्भ जल स्तर बढ़ा है। उन्होंने कहा कि वर्षा जल को चेकडैम में एकत्र करके खेतों की सिंचाई, मत्स्य पालन, बतख पालन में भी उपयोग किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि वेस्ट और प्रदूषित जल के निस्तारण के लिए शासन की गाइडलाइन्स का पालन किया जाना चाहिए।
सीएम योगी ने कहा कि जल है तो कल है। उन्होंने जल के महत्व और उपयोगिता को देखते हुए शासन व जनपद स्तर के अधिकारी वॉटर हार्वेस्टिंग के कार्य को शीघ्रता से आगे बढ़ाने के निर्देश दिए। सीएम ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा जल की सुरक्षा, संरक्षण, प्रबन्धन एवं विनियमन के लिए उत्तर प्रदेश भूगर्भ जल प्रबन्धन एवं विनियमन अधिनियम-2019 लागू किया गया है। इसके अन्तर्गत प्रदेश और जनपद स्तर पर जल समितियों का गठन किया गया है। उन्होंने सभी सरकारी भवनों, सरकारी-गैर सरकारी स्कूलों और कॉलेजों, औद्योगिक क्षेत्रों, व्यावसायिक प्रतिष्ठानों आदि में प्राथमिकता के आधार पर शीघ्रता से रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने के निर्देश दिये।