लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा में देश सम्हालने की क्षमता नहीं है। भाजपा ने लोकतंत्र का चेहरा बिगाड़ दिया है। पब्लिक सेक्टर के संस्थानों को बेचने में भाजपा सरकार पूरी तरह लग गई है। राष्ट्रीय सम्पत्ति की बिक्री और लाभकारी संस्थाओं को पूंजीघरानों का बंधक बनाने को विमुद्रीकरण और विनिवेश की संज्ञा देकर जनता को भरमाने का काम किया जा रहा है।
रविवार को अखिलेश यादव ने पार्टी मुख्यालय लखनऊ में वित्तविहीन शिक्षकों के एक प्रतिनिधिमण्डल के अलावा राज्य के विभिन्न जनपदों से आए सैकड़ों कार्यकर्ताओं से भेंट के उपरांत उन्हें सम्बोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि सन् 2022 में उत्तर प्रदेश की लड़ाई बहुत महत्वपूर्ण होगी। एक तरह से यहां लोकतंत्र की अग्निपरीक्षा होनी है। बूथ की लड़ाई बड़ी है।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा ने अपने दरवाजे कुछ खास लोगों के लिए खोल रखे हैं जबकि गरीबों, किसानों और बेरोजगार नौजवानों के लिए उसके दरवाजे बंद हैं। भाजपा के प्रलोभन से लोकतंत्र को बचाना है।
इसके अलावा उन्होंने कहा है कि उत्तर प्रदेश में नौजवान रोटी-रोजी के लिए परेशान है। वित्तविहीन शिक्षकों को भी वह समर्थन देगी। समाजवादी सरकार बनने पर नौकरियों में बड़े पैमाने पर भर्ती की जाएगी। महिलाओं को सम्मान मिलेगा। उन्होंने कहा कि भाजपा विकास में पीछे है झांसा देने में आगे है। समाजवादी पार्टी विकास में विश्वास रखती है उसके सभी काम जनता के नाम है।
कार्यकर्ताओं ने एक स्वर में कहा कि यद्यपि भाजपा सरकार ने उत्पीड़न के सारे रिकार्ड तोड़ दिए हैं।