Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the wp-statistics domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/ekumjjfz/amarbharti.com/wp-includes/functions.php on line 6114

Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the updraftplus domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/ekumjjfz/amarbharti.com/wp-includes/functions.php on line 6114

Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the wordpress-seo domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/ekumjjfz/amarbharti.com/wp-includes/functions.php on line 6114
जब रानी ने झांसी अंग्रेजों दो देने से इंकार किया था- Amar Bharti Media Group विशेष

जब रानी ने झांसी अंग्रेजों दो देने से इंकार किया था

शक्तिगाथा: किस्सा झांसी की रानी का, गोमती किनारे कुड़िया घाट पर सजी किस्सागोई की शाम

लखनऊ। प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना मिशन शक्ति के अन्तर्गत लखनऊ पुलिस,112-यूपी और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया द्वारा संयुक्त रुप से संचालित किस्सागोई अभियान शक्तिगाथा का समापन रविवार को गोमती नदी के किनारे कुड़िया घाट पर हुआ।

कार्यक्रम में मशहूर किस्सागो हिमांशु बाजपेयी और प्रज्ञा शर्मा ने झांसी की रानी लक्ष्मीबाई के जीवन पर केन्द्रित किस्सागोई की अंतिम प्रस्तुति दी। इस मौके पर सदस्य उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड, एडीजी रेणुका मिश्रा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुईं। महिला सशक्तिकरण के लिए शहर के अन्य महत्त्वपूर्ण ऐतिहासिक स्थलों बटलर पार्क, कंपनी बाग़, रिफा-ए-आम क्लब और झंडेवाला पार्क में शक्तिगाथा कार्यक्रम का आयोजन कराया गया।

मनु कैसे बनी लक्ष्मी बाई किस्सागोई की शुरुआत करते ही हिमांशु बाजपेयी व प्रज्ञा शर्मा ने रानी के बचपन का जिक्र किया। घुड़सवारी में नाना साहब के घायल हो जाने पर 13 वर्ष की मनु अपने से बड़े नाना साहब को कैसे अपने घोड़े पर बिठा के कोठी तक लती हैं और अपने पिता और घायल नाना को ढाढस बंधाती हैं।

मनु का विवाह झाँसी के राजा गंगाधर राव से होती है और वही उन्हे लक्ष्मीबाई नाम मिलता है। झांसी पहुँचते ही रानी ने राजमहल में कार्यरत महिला कर्मियों को को न सिर्फ अपनी सहेली बनाया बल्कि उनको कुश्ती, मलखंभ और घुड़सवारी, तलवारबाज़ी जैसी युद्ध कला में पारंगत भी किया। रानी राजनैतिक दृष्टीकोण से रानी काफी दूरदर्शी थीं। उनको पता था कि अंग्रेजों की विस्तारवादी नीति को रोकने में उनकी सहेलियां मददगार साबित होंगी।

राजा गंगाधर राव की मृत्यु के बाद लार्ड डलहौजी झांसी को हड़पने का आदेश जारी करता है। रानी इस आदेश को मानने से इंकार करती हैं और घोषणा करती हैं कि ‘मै अपनी झांसी नहीं दूंगी’ 23 मार्च 1858 को अंग्रेज कमांडर जनरल हयूरोज झाँसी पर हमला कर देता है। रानी अपने साथियों गुलाम गौस खां, रघुनाथ सिंह, जवाहर सिंह, सुन्दर और मुन्दर के साथ बहादुरी से लडती हैं।

रानी को सुरक्षित किले से निकलने के लिए झलकारी बाई अपना बलिदान देती हैं। ग्वालियर में अंग्रेजों के साथ रानी की आखिरी जंग होती है। रानी बहादुरी से लड़ते हुए घायल हो जाती हैं। उन्होने अपने साथियों से अनुरोध किया था कि उनके शरीर को अंग्रेज स्पर्श न कर सकें। इसलिए रानी के साथी उन्हे बाबा गंगादास की कुटिया में ले गए जहाँ रानी ने अंतिम साँस ली और वीरगति को प्राप्त हुई।

महिलाओं को किया जागरूक

मिशन शक्ति योजना के तहत हुए कार्यक्रम में अधिकारीयों ने पुलिस विभाग और 112-यूपी द्वारा महिलाओं के लिए शुरू की गई योजनाओं से परिचित कराया। 112-यूपी द्वारा महिलाओं के लिए पूरे प्रदेश में 300 से अधिक महिला पीआरवी संचालित की जा रही हैं। घरेलू हिंसा पर अंकुश लगाने के लिए पीड़ित महिलाओं का पंजीकरण किया जा रहा है। ताकि आवश्यकता पड़ने पर पीड़ित महिला को तत्काल पुलिस सहायता मिल सके। बुजुर्ग महिलाओं का सवेरा योजना के अंतर्गत पंजीकरण किया जा रहा है। कार्यक्रम में एडीजी असीम अरुण ने अतिथियों को घन्यवाद ज्ञापित किया। इस मौके पर पुलिस आयुक्त लखनऊ डीके ठाकुर, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के डीजीएम नीलेश द्विवेदी, एडिशनल डीसीपी दिगंबर कुशवाहा, अपर पुलिस अधीक्षक 112-यूपी अरविन्द कुमार पाण्डे सहित भरी संख्या में लोग उपस्थित हुए।