‘भगवान’ बने ‘यमराज’ और छीन ली ज़िन्दगी

परिजन पैसा नहीं दे पाये तो बिना टांका मरीज को कर दिया बाहर, मौत

प्रयागराज। आज इंसान इस कदर हर चीज के लिए बेताब है कि वह उसे पाने की चाहत में लोगों की जान लेने पर भी उतारू हो जाता है। दिन-ब-दिन देश में ऐसे मामलो में बढ़ोत्तरी होती जा रही है। मानो, ऐसा हो रहा है कि इंसान ही इंसान का गला घोंटने को तैयार बैठा है। शायद इसलिए ही, इंसान का जीवन पैसों और रुहानी चीजों के आगे बहुत सस्ता हो गया है। ऐसी ही एक घटना उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में हुई, जहां इलाज की फीस न चुका पाने पर एक प्राइवेट अस्पताल वालों ने तीन साल की बच्ची को फटे पेट बाहर निकाल दिया।

किस बात के भगवान…?
एक ओर डॉक्टर को भगवान का दर्जा दिया जाता है, वहीं अस्पताल को मन्दिर माना जाता है। अस्पताल को मंदिर भी इसलिए माना जाता है क्योंकि वहां जीवन के दोबारा मिलने की उम्मीद की जाती है। लेकिन, आज जो यह घटना आप पढ़ने जा रहे हैं, उस घटना ने मानवता को शर्मशार कर दिया है। जब जीवनदान देने वाला ही जीवन छीन ले, तो भगवान किस बात का? 

रकम नहीं दी तो बिना टांका लगाए कर दिया बाहर
पिपरी थाना क्षेत्र में एक निजी अस्पताल ने इलाज की रकम पूरी न दे पाने पर एक बच्ची से उसका जीवन छीन लिया। आपरेशन के बाद उसको बिना टांका लगाए ही अस्पताल से बाहर निकाल दिया। जिसके बाद बच्ची की हालात नाजुक होती चली गई और आखिर में उसने दम तोड़ दिया। प्रयागराज के करहेदा के रहने वाले मुकेश मिश्रा ने अपनी 3 साल की बेटी को 20 दिन पहले एक निजी अस्पताल में गम्भीर बीमारी के कारण भर्ती कराया था। परिवार वालों का आरोप है कि 13वें दिन रकम न जमा करा पाने पर बच्ची को जबरदस्ती बाहर निकाल दिया। जिसके बाद परिजन बच्ची को लेकर कई अस्पतालों में गए, लेकिन कहीं भी उसको भर्ती नहीं किया गया। 

गुस्साए परिजनों ने काटा हंगामा
बच्ची की मौत के बाद परिवार ने गुस्से में आकर हंगामा शुरू कर दिया। जानकारी मिलते ही गांव के लोग भी इक्कठा हो गए। खबर मिलते ही, सीओ श्यामकांत कई थानों की फोर्स के साथ घटना स्थल पर पहुँच गए। सीओ के अनुसार, पोस्टपार्टम रिपोर्ट के बाद ही वो आगे की कार्यवाही होगी। वहीं डीएम ने निर्देश दिया है कि आरोप सही मिलते ही तत्काल कड़ी करवाई की जाएगी।

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