TMC सांसद महुआ मोइत्रा की बढ़ेंगी मुश्किलें, एथिक्स कमेटी ने करदी सांसदी खत्म करने की सिफारिश

पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने (कैश फॉर क्वेरी) के मामले में फंसी टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। सूत्रों के हवाले से खबर है कि एथिक्स कमेटी ने महुआ को संसद से निष्कासित करने की सिफारिश की है। एथिक्स कमेटी ने महुआ के आचरण को आपत्तिजनक, अनैतिक, जघन्य और आपराधिक माना है। साथ ही केंद्र सरकार से इसकी समयबद्ध तरीके से गहन, कानूनी, संस्थागत जांच की सिफारिश की है। कमेटी ने कहा कि महुआ मोइत्रा और कारोबारी दर्शन हीरानंदानी के बीच नकद लेन-देन की जांच केंद्र द्वारा की जानी चाहिए।

वहीं, एंटी-करप्शन पैनल ने इसी मामले में महुआ मोइत्रा के खिलाफ सीबीआई जांच का आदेश का दावा किया गया है। बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने बुधवार को ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर ये दावा किया। इस बीच महुआ पर लगे आरोपों की ड्राफ्ट रिपोर्ट पर विचार करने के लिए 9 नवंबर को एथिक्स कमेटी की बैठक होगी। कमेटी ने महुआ को गुरुवार शाम 4 बजे बुलाया है।

एथिक्स कमेटी ने अपनी सिफारिश में सबसे प्रमुख आधार राष्ट्रीय सुरक्षा को बनाया गया। अपनी सिफारिश में कमेटी ने कहा है कि महुआ मोइत्रा ने अपनी संसदीय अकाउंट की लॉग-इन डिटेल अनाधिकृत व्यक्तियों के साथ शेयर की हैं, जिसका असर राष्ट्रीय सुरक्षा पर पड़ता है। कमेटी ने इसे गंभीर अपराध माना है और इसलिए महुआ मोइत्रा की लोकसभा की सदस्यता बर्खास्त करने की सिफारिश की गई है।

एथिक्स कमेटी ने महुआ मोइत्रा के मामले में 500 पेज की रिपोर्ट तैयार की है। कमेटी ने लोकसभा सचिवालय से यह भी सिफारिश की है कि इस पूरे मामले की विधि सम्मत, सघन, संस्थागत और समयबद्ध जांच हो। अब लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को फैसला लेना है।